नई दिल्लीः देश में तेजी से चल रहे टिकाकरण के बीच जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले का एक दूरस्थ गांव अपनी पूरी 18 प्लस आबादी को कोरोना वैक्सीन लगाने वाला भारत का पहला गांव बन गया है. जानकारी के मुताबिक गांव के स्वास्थ्य कर्मियों ने इसके लिए कड़ी मेहनत की है, जिनकी अथक मेहनत ने 362 की 18 प्लस आबादी वाले ‘वेयान हैमलेट’ गांव को राष्ट्रीय स्तर पर ये उपलब्धि दिलाई है।
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गांव में इंटरनेट की सुविधा नहीं
अधिकारियों के मुताबिक सभी नागरिकों को वैक्सीन देने का काम कठिन था, क्योंकि गांव में खानबदोश परिवार रहते हैं और वो ऊंचे स्थानों पर पशुओं को चराने के लिए जाते हैं. ये गांव बांदीपोरा के जिला मुख्यालय से केवल 28 किलोमीटर की दूरी पर है, जिसमें से 18 किलोमीटर का सफर पैदल चलकर तय करना पड़ता है, क्योंकि वहां तक जाने के लिए कोई सड़क मार्ग नहीं है. बांदीपोर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी बशीर अहमद खान ने कहा कि गांव में इंटरनेट की सुविधा नहीं है, इसलिए वहां के लोगों को वैक्सीनेशन के लिए अपॉइंटमेंट हासिल करना संभव नहीं था।
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18 प्लस आबादी का वैक्सीनेशन
बता दें की गांव में वैक्सीनेशन जम्मू कश्मीर के मॉडल के तहत किया गया, जहां तेजी से राज्य की सभी 18 प्लस आबादी का वैक्सीनेशन किए जाने के लिए 10 सूत्रीय रणनीति तैयार की गई है. अधिकारी ने कहा कि शुरुआत में लोगों में हिचकिचिहाट थी, इसके बावजूद राज्य में 45 प्लस आयुवर्ग में 70 फीसदी वैक्सीनेशन किया जा चुका है, जो राष्ट्रीय औसत का करीब दोगुना है।