रांची : 1 जून से देश भर में अनलॉक 1 (Unlock 1) की शुरुआत हो चुकी है और लॉकडाउन (India Lockdown) में जारी कई तरह के पाबंदियों से छूट दी गई है, लेकिन अंतर्राज्यीय बसों (Interstate Bus Services) के परिचालन पर अभी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। इसी क्रम में झारखण्ड की हेमंत सरकार (Hemant Soren Government) ने बड़ा फैसला लेते हुए बंगाल-बिहार के बसों की राज्य में एंट्री पर बैन लगा दिया है। झारखण्ड सरकार (Jharkhand Government) के इस फैसले के बाद प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए पांच बसों को जब्त भी कर लिया।
Jharkhand Government ने एक जिले से दूसरे जिलों में बसों के परिचालन भी जरुरी किया इ-पास
दरअसल झारखण्ड सरकार ने न सिर्फ अंतर्राज्यीय बसों के परिचालन पर रोक का आदेश जारी किया है, बल्कि झारखण्ड के एक जिले से दूसरे जिलों में भी बसों की एंट्री के लिए इ-पास जरुरी कर दिया है। बिहार सरकार (Bihar Government) की तरफ से अंतर्राज्यीय बस परिचालन की अनुमति दिए जाने के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने झारखण्ड के विभिन्न इलाकों में जाने के लिए टिकट बुक करवाए, लेकिन झारखण्ड सरकार द्वारा अंतर्राज्यीय बस परिचालन की अनुमति न मिलने से ऐसे लोगों का अपने घर पहुंचना मुश्किल होगा।
प्राइवेट गाड़ियों को एक जिले से दूसरे जिले में जाने की नहीं होगी अनुमति
दूसरी ओर, परिवहन विभाग के संयुक्त सचिव रविशंकर विद्यार्थी ने बताया कि राज्य में अंतर जिला परिवहन की अनुमति भी नहीं मिली है। ऐसे में प्राइवेट वाहनों को एक जिले से दूसरे जिले में जाने के लिए अनुमति जरूरी होगी। ई-पास के साथ ही लोग जिलों की सीमा पार कर सकेंगे। सभी जिला परिवहन पदाधिकारियों को कहा गया है कि वे ऐसे वाहनों की जांच करेंगे जो बिना अनुमति के एक जिले से दूसरे जिले में जा रहे हैं। अनलॉक-1 के शुरू होते ही कुछ इलाकों से सूचना आ रही थी कि वाहनों के परिवहन को पूरी तरह छूट मिल गई है। ऐसा सिर्फ टैक्सियों के साथ है जिसपर बाहर से पहुंचनेवाले यात्री अपने घर तक जा सकते हैं।