नई दिल्ली : आदित्यनाथ योगी मुंबई पहुँच गए हैं आज वह मुंबई में लखनऊ म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (LMC) के बॉन्ड लिस्टिंग कार्यक्रम में शामिल हुए. लखनऊ म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (LMC) बॉन्ड जारी करने वाला उत्तर भारत का पहला नगर निगम बन गया है. आइये जानते हैं कि क्या होते हैं म्युनिसिपल बॉन्ड और इनसे नगर निगम किस तरह से पैसे जुटाते हैं?

मुंबई में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में बुधवार को इस बॉन्ड की लिस्टिंग की जारी रही है. इस कार्यक्रम के चीफ गेस्ट यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ होंगे. इस बॉन्ड के माध्यम से जुटाई गई धनराशि को राज्य की राजधानी में विभिन्न बुनियादी ढांचागत योजनाओं में निवेश किया जाएगा.
बाॅन्ड क्या है-
सबसे पहले आपको यह बताते हैं कि बॉन्ड क्या होते हैं. बॉन्ड असल में एक तरह का साख पत्र होता है, जिसके तहत आम जनता या संस्थाओं से धन जुटाये जाते हैं. इसमें एक बॉन्ड जारी करने वाली संस्था एक निश्चित समय के लिए रकम उधार लेती है और निश्चित रिटर्न यानी ब्याज देने के साथ मूलधन वापस करने की गारंटी देती है. यह निवेशकों के लिए निश्चित आय का एक निवेश साधन होता है. यह एक तरह से कर्ज लेने वाले और देने वाले के बीच समझौता होता है.
म्युनिसिपल बॉन्ड-
म्युनिसिपल या नगर निगम बॉन्ड शहरी स्थानीय निकायों द्वारा जारी किये जाते हैं. शहर में विकास कार्यों को जारी रखने के लिए बड़े पैमाने पर धन की जरूरत होती है, इसलिए सरकार से पैसा लेने की जगह यह एक अच्छा वैकल्पिक स्रोत साबित हो रहा है. इस तरह से बॉन्ड जारी कर नगर निगम पैसा जुटाते हैं और उसे शहर के बुनियाद ढांचा विकास जैसे कार्यों पर खर्च करते हैं.
टैक्स बचत-
लॉन्ग टर्म में निश्चित रिटर्न मिलने की बात होती है, इसलिए जनता भी इसमें भरोसे के साथ निवेश करती है. शेयर बाजार में लिस्टेड होने के बाद इसमें आम जनता भी एक्सचेंजों के माध्यम से निवेश कर सकती है. इन बॉन्ड पर निवेशक को मिलने वाला रिटर्न इनकम टैक्स से मुक्त होता है. इसकी रेटिंग एजेंसियों से रेटिंग जारी होती है, इसलिए इन्हें सुरक्षित निवेश भी माना जाता है. टैक्स बचत का फायदा
लॉन्ग टर्म में निश्चित रिटर्न मिलने की बात होती है, इसलिए जनता भी इसमें भरोसे के साथ निवेश करती है. शेयर बाजार में लिस्टेड होने के बाद इसमें आम जनता भी एक्सचेंजों के माध्यम से निवेश कर सकती है. इन बॉन्ड पर निवेशक को मिलने वाला रिटर्न इनकम टैक्स से मुक्त होता है. इसकी रेटिंग एजेंसियों से रेटिंग जारी होती है, इसलिए इन्हें सुरक्षित निवेश भी माना जाता है.