नई दिल्ली: Mahant Narendra Giri Bhu Samadhi: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरि को बाघम्बरी मठ में आज भू- समाधि दे दी गई है। इस दौरान 13 अखाड़ों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। इससे पहले बाघम्बरी मठ में दिवंगत महंत नरेंद्र गिरि को संत समाज के रीति रिवाजों के तहत भू- समाधि दी गयी है। उन्हें बैठी हुई मुद्रा में समाधि दी गयी हैं। मठ में बड़ी संख्या में इस दौरान साधु-संत भी मौजूद रहे।
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दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा- सीएम योगी
बता दें, भू समाधि से पहले महंत नरेंद्र गिरि के पार्थिव शरीर को संगम ले जाया गया जहां उनके पार्थिव शरीर संत रीती रिवाजों के तहत स्नान कराया गया। महंत नरेंद्र गिरि की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई थी। जिसके बाद महंत गिरि की मृत्यु मामले की जांच के लिए मंगलवार को 18 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया था। वहीं हरिद्वार में संत के एक शिष्य को हिरासत में भी ले लिया गया था। महंत की संदिग्ध मौत के बाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, महंत की मृत्यु से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जा रही है और दोषियों को बिलकुल भी बख्शा नहीं जाएगा।
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अपने शिष्य से तंग थे महंत नरेंद्र गिरि
महंत नरेंद्र गिरि सोमवार को अपने मठ के एक कमरे में मृत पाए गए थे। पुलिस के मुताबिक, गिरि ने कथित तौर पर पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। महंत के कमरे से सुसाइड नोट भी मिला था जिसमें महंत ने लिखा है कि वह मानसिक रूप से परेशान हैं और अपने एक शिष्य से तंग हैं। महंत गिरि ने अपने कथित सुसाइड नोट में अपने शिष्य आनंद गिरि, बड़े हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
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