नई दिल्ली: Happy Birthday Amitabh Bachchan: स्टार वो होता है, जो दिलों पर राज करता है। सुपरस्टार वो होता है, जो दशकों राज करता है। स्टार वो होता है, जो बादशाहों, सुपरस्टार्स और स्टार्स पर भी राज करता है। वो है बॉलीवुड के 79 की उम्र में अमिताभ बच्चन। शहंशाह की ज़िन्दगी में ये सवाल अधूरा रह जाता है कि जब आज के दौर में एक फिल्म 3 दिन में थियेटर से, एक गाना 14 दिनों में कानों से और एक स्टार चंद फिल्मों में दिल से उतर जाता है, तो ऐसा क्या है, जो अमिताभ बच्चन को 52 साल के बाद इस फिल्म इंडस्ट्री का और चाहने वालों के दिलों का शहंशाह बनाए रखता है।
गुटका ब्रांड की कर दी थी पूरी फीस वापस
इस सवाल का जवाब है कि, आज जब दूसरे स्टार्स इंस्टा अकाउंट पर बर्थडे की वैकेशन पिक्स डालते हैं, तो इसके विपरीत अमिताभ बच्चन के जलसा के द्वार खुलते हैं और 79 साल का ये मिलेनियम स्टार घर से बाहर निकल कर अपने चाहने वालों को प्रणाम कहता है। अमिताभ बच्चन महज़ एक स्टार नही हैं, बल्कि एक मिसाल हैं जो आज एक ब्रैंड बन चूका हैं। अमिताभ वो स्टार है जो वक्त के साथ ढला नहीं है। बता दें, जब एक गुटका ब्रैंड ने सरोगेट एडवर्टाइज़िंग के साथ उन्हें अपना ब्रैंड एंबेसेडर बनाया, तो उन्हें इसकी करोड़ों की फीस मिली थी। अमिताभ बच्चन ने ऐड शूट भी कर लिया। इसमें बुरा क्या था। इस फिल्म इंडस्ट्री के दूसरे बड़े दिग्गज स्टार भी तो ऐसा करते हैं। जो बच कर भी निकलते हैं कि वो गुटखा नहीं, बल्कि माउथ फ्रेशनर, शराब नहीं, बल्कि सोडा का ऐड कर रहे हैं। अमिताभ भी ऐसा कर सकते थे। लेकिन जो इसका बच्चन पर दाग़ लगता, वो उन्हें मंज़ूर नहीं था। अमिताभ ने अपने गुटखा ब्रैंड की पूरी फीस वापस की और इस ब्रैंड से अपना कॉन्ट्रैक्ट टर्मिनेट भी कर दिया।
ओटीटी प्लेटफार्म पर हाईएस्ट एवर स्ट्रीम्ड बॉलीवुड फिल्म का रिकॉर्ड किया अपने नाम
आज के दौर में हर डायरेक्टर की ये चाहत है कि कम से कम वो एक फिल्म अमिताभ बच्चन के साथ बना सके। हर एक्टर के दिल में अरमान है कि कम से कम एक सीन वो सदी के सबसे बड़े महानायक के साथ कर सके। ये स्टारडम नहीं, एक कलाकार और उनके काम की जीत है कि उसने 5 दशक से अपने आपको फिल्म इंडस्ट्री में रिलेवेंट बनाए रखा है। हाल ही अमिताभ बच्चन की फिल्म चेहरे रिलीज़ हुई थी। हालांकि इस फिल्म ने थियेटर्स में भीड़ नहीं खींची, लेकिन ओटीटी पर हाईएस्ट एवर स्ट्रीम्ड बॉलीवुड फिल्म का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया था । इस फिल्म के लिए अमिताभ बच्चन ने एक पैसा भी नहीं लिया है। क्यों ? क्या आनंद पंडित जैसा प्रोड्यूसर उन्हें उनकी फीस नहीं दे सकता था ? ऐसा बिल्कुल भी नहीं था। दरअसल अमिताभ बच्चन को लगा कि इस फिल्म के ज़रिए वो एक ऐसा मैसेज दे सकते हैं, जो आज के समाज और ज्यूडियशियल सिस्टम के लिए ज़रूरी है। वहीं इसके लिए बिग बी ने पूरा एक सीन खुद से भी लिखा था। 13 मिनट के इस सीन में अमिताभ बच्चन ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी और उसे एक टेक में पूरा किया। जो की शायद ही किसी स्टार ने ऐसा किया हों।
कोरोना महामारी का मैसेज शूट करने के लिए नहीं ली फ़ीस
कोरोना के इस दौर में बच्चन को इस्तेमाल करने की होड़ लगी थी। सरकार को भी लगा कि अमिताभ बच्चन की यूनीवर्सल अपील, कोरोना के दौरान बचाव और सावधानी के मैसेज को हर किसी तक पहुंचा पाएगी। इस महामारी के दौरान, जलसा में दिन के दो-दो, तीन-तीन पब्लिक मैसेज शूट करते थे। इस दौरान उन्होंने अपना खयाल भी रखा, लेकिन तमाम सावधानियों के बाद भी अमिताभ बच्चन कोरोना पॉजिटिव हो गए। इसके चलते उनका पूरा परिवार भी पॉज़िटिव हुआ। इस दौरान एक ऑडियो मैसेज भी बहुत वायरल हुआ, जिसमें एक आर्मी जवान कॉलर ट्यून में आने वाले अमिताभ बच्चन के कोरोना मैसेज को हटाने की शिकायत करता सुनाई दिया था। लेकिन क्या आपको पता है कि इन पब्लिक मैसेज के लिए अमिताभ बच्चन ने खुद को कोरोना एक्सपोज़ करने का रिस्क तो लिया, लेकिन एक भी पैसे की फीस नहीं ली थी।
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दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन गुजरात के ब्रैंड एंबेसेडर बने। इस पर राजनीति भी खूब हुई थी। लेकिन इन सवालों का जवाब अमिताभ बच्चन ने ये कहकर दिया कि ‘मैं हिंदुस्तान के हर राज्य, हर शहर को प्रमोट करना चाहता हूं। दूसरे राज्यों की सरकार को कौन रोकता है, वो मुझसे कहें, तो मैं सिर्फ़ एक रुपए में उनके पर्यटन को प्रमोट करूंगा’।
अमिताभ बच्चन ने आज 80वें साल में कदम रखा है। आप उनकी कामयाबी को जलसा, प्रतीक्षा और जश्न जैसे बड़े-बड़े बंगलों से आंक सकते हैं। उनकी महंगी-महंगी कारों से आंक सकते हैं। उनकी लाइन में लगी हुई फिल्मों से भी आंक सकते हैं। मगर ब्रैंड बच्चन, सिर्फ़ इस बात से आंका जाएगा कि अमिताभ ने इसे बनाए रखने के लिए खूब कड़ी मेहनत की है और काफी रिस्क लिया है। तभी वो 21 साल से कौन बनेगा करोड़पति के सेट पर पहुंचकर जब नमस्कार कहते हैं, तो बच्चा, बूढ़ा, जवान हर कोई अपने टीवी सेट पर उनका इंतज़ार करता है।
दूसरे स्टार्स का हैंड रिटेन नोट भेजकर बढ़ाते है हौसला
अमिताभ अपनी फिल्मों के अच्छे-बुरे रिव्यू पर समीक्षकों पर हाथों से लिखा हुआ नोट भेजते हैं। जिस कलाकार की परफॉरमेंस उन्हें पसंद आए, उसकी तारीफ़ करने के लिए भी हैंड रिटेन नोट भेजकर हौसला-अफजाई भी करते हैं। जो की हर कलाकार के लिए एक सपना होता है।
शहंशाह, लाल बादशाह, ठाकुर भानु प्रातप सिंह, शोले का जय, हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का वो सपना है, जो पूरी दुनिया और इंडस्ट्री में अपना पहला कदम रकने वाले स्टार्टस खुली आंखों से देख रही है।
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