जनतंत्र डेस्क Drugs Case: मुंबई क्रूज ड्रग्स केस में अब नाटकीय मोड़ आ गया है। इस केस के प्रमुख गवाह ने एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े पर गंभीर आरोप लगाए हैं। जिसके बाद मामला बेहद संगीन हो गया। 2 अक्टुबर को क्रूज ड्रग्स केस में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को अरेस्ट किया गया था। इस मामले में उस वक्त नया मोड़ आ गया जब एक गवाह ने एनसीबी अधिकारी पर पहले तो ब्लैंक पेपर पर दस्तखत करवाने के आरोप लगाए। उसके बाद गवाह ने एक और आरोप लगाया और कहा कि आर्यन खान को छोड़ने के बदले 25 करोड़ की डील होनी है। जिसमें 8 करोड़ समीर वानखेड़े को दिए जाएंगे।
गवाह की पहचान प्रभाकर साईल के रूप में हुई है। एनसीबी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की थी। जिसमें नौ गवाहों की सूची में सबसे ऊपर प्रभाकर का ही नाम था। प्रभाकर साहिल आर्यन खान ड्रग केस में एक स्वतंत्र गवाह हैं। अब प्रभाकर साईल ने कोर्ट में एक हलफनामा दायर किया है और सोशल मीडिया पर एक बयान भी जारी किया है।उस बयान में उन्होंने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारियों, खास तौर पर एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े पर संगीन आरोप लगाए हैं। प्रभाकर साईल ने दावा किया कि, इस मामले में एक और स्वतंत्र गवाह किरण गोसावी को उन्होंने किसी से बात करते हुए सुना कि इस मामले में 25 करोड़ की डील करनी है और उसमें से 8 करोड़ रुपये समीर वानखेड़े को भी दिए जाने हैं।
Drugs Case: मामले में NCB ने क्या कहा ?
इस बीच एनसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पूरे मामले पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि समीर वानखेड़े ने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को खारिज कर दिया है। बहरहाल आर्यन खान ड्रग केस में जांच प्रक्रिया शुरू से ही सवालों के घेरे में है। एनसीबी की ओर जारी किए गए बयान में कहा गया है कि प्रभाकर साईल के हलफनामे को एनसीबी के डीजी के पास आगे की कार्रवाई के लिए भेजा जाएगा। कहीं न कहीं समीर वानखेड़े भी इस मामले को लेकर शक के घेरे में दिखाई दे रहे हैं। फिलहाल खुद समीर वानखेड़े इस पूरे मुद्दे पर मीडिया से बात करने से बच रहे हैं।