जनतंत्र डेस्क, महाराष्ट्र: महाराष्ट्र में चल रहे सियासी उथल पुथल के बाद अब देश का नया राष्ट्रपति चुनने की जंग नजर आ रही है। बता दें कि भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीत की संभावना मजबूत दिख रही है। राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के खिलाफ विपक्ष का साझा उम्मीदवार उतारने के लिए बैठक पर बैठक करने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने भी ये स्वीकार कर लिया है।
जानकारी के लिए बता दें कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कहना है कि इस बार द्रौपदी मुर्मू के जीत के चांस जयादा हैं। वहीं बीजेपी ने ममता के इस बयान पर विपक्ष उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के नाम पर चुटकी ली।
ममता बनर्जी ने जोर देकर कहा कि आम सहमति वाला उम्मीदवार देश के लिए हमेशा बेहतर होता है। अगर बीजेपी ने उनके नाम के ऐलान से पहले हमसे भी बात की होती तो हम निश्चित रूप से व्यापक हितों का ध्यान रखते हुए इस पर विचार करते। ममता बनर्जी ने कहा कि हमारे मन में सभी धर्म, जाति और पंथ के लिए बराबर सम्मान है। हमें महिला उम्मीदवार को उतारने की कोशिश करनी चाहिए थी। मैं अकेले फैसला नहीं कर सकती थी।
अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी को सनकी बताते हुए कहा कि अब वो बीजेपी एजेंट के रूप में काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जब संख्या सुनिश्चित कर ली तब द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाया। द्रौपदी मुर्मू जीतेंगी तो इसमें कोई बड़ी बात नहीं है।