जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: शिवसेना सांसद संजय राउत पर ईडी का शिकंजा बढ़ता जा रहा है। जानकारी के लिए बता दें कि संजय राउत के मुंबई के भांडुप स्थित घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापा मारा है। Patra Chawl Land Scam में ED ने प्रिवेन्शन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।
आपको बता दें कि संजय राउत को इससे पहले भी पूछताछ के लिए बुलाया जा चुका है। लेकिन उस वक्त वह ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे बल्कि उन्होंने वकील के जरिए पहुंचाया था कि वह 7 अगस्त तक ही पूछताछ के लिए आ पाएंगे। वहीं इस मामले में ईडी पहले भी संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत और उनके करीबियों की 11.15 करोण से ज्यादा की संपत्ति अटैच की थी।
क्या है Patra Chawl Land Scam?
Patra Chawl Land Scam की शुरुआत 2007 से हुई। महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डिवलपमेंट अथॉरिटी यानी म्हाडा (MHADA), प्रवीण राउत, गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन और हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) की मिली भगत से यह घोटाला होने का आरोप है। 2007 में म्हाडा ने पात्रा चॉल के रिडिवेलपमेंट का काम गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को दिया। यह कंस्ट्रक्शन गोरेगांव के सिद्धार्थ नगर में होना था। म्हाडा की 47 एकड़ जमीन में कुल 672 घर बने हैं। रीडिवेलपमेंट के बाद गुरु आशीष कंपनी को साढ़े तीन हजार से ज्यादा फ्लैट बनाकर देने थे। म्हाडा के लिए फ्लैट्स बनाने के बाद बची हुई जमीन को प्राइवेट डिवलपर्स को बेचना था। 14 साल के बाद भी कंपनी ने लोगों को फ्लैट बनाकर नहीं दिए।