Uddhav Thackeray : कैसे उतार पाएंगे महाराष्ट्र का भारी-भरकम रकम
महाराष्ट्र : देश की आर्थिक राजधानी महाराष्ट्र (Maharashtra) में उद्धव ठाकरे की शुरुआत हो चुकी बीते गुरुवार को उन्होंने मुबंई के शिवाजी पार्क में कल मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और ठाकरे (Thackeray) परिवार से पहली बार कोई मुख्यमंत्री का पद संभाल रहा है । ऐसे में महाराष्ट्र की सरकार चलाने के लिए ठाकरे को कई कड़ी चुनौतियों का सामना कर पड़ सकता है। दरअसल अभी महाराष्ट्र के आर्थिक मोर्चे पर राज्य की स्थिति ठीक नही है। महाराष्ट्र पर 4.7 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है।
सरकार ने कुल बजट 3 लाख 34,933 करोड़ रुपये रखा था
बीते जून के महींने में महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार में वित् मंत्री सुधीर मुंगतीवार (Sudhir Mungantiwar) ने 2019-20 का अंतरिम बजट पेश किया था। तब बताया गया था कि महाराष्ट्र की सरकार पर 4.7 लाख करोड़ से ज्यादा का कर्ज है। वहीं 2018-19 में महाराष्ट्र की देनदारियां 4.14 लाख करोड़ रुपये थी जो लगातार बढ़ रही है। सरकार ने कुल बजट 3 लाख 34,933 करोड़ रुपये रखा था।
महाराष्ट्र का राजस्व घाटा 5 हजार करोड़ यानी 35.6 फीसदी से बढ़ सकता है
इस बार के बजट को लेकर कहा गया है कि महाराष्ट्र सरकार का राजस्व बढ़कर 20,292.94 करोड़ रुपये रहने का अंदाजा लगाया है। पिछले साल राजस्व घाटा 14,960.04 करोड़ रुपये था। इस अनुमान से एक साल में महाराष्ट्र का राजस्व घाटा 5 हजार करोड़ यानी 35.6 फीसदी से बढ़ सकता है।
वित्त मंत्री सुधीर मुंगतीवार ने जुन के महीनें में बजट पेश करते हुए बताया
जुन के महीनें में बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री(Finance Minister)सुधीर मुंगतीवार ने बताया कि इस चालू वर्ष में सरकार का राजस्व व्यय 3,34,933,06 करोड़ रुपये और राजस्व प्राप्ति 3,14,640.12 करोड़ रुपये रहने का अंदाजा है। वहीं राजकोषीय घाटे की बात करें तो 61,669.94 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। एक साल पहले महाराषट्र का राजकोषीय घाटा 56,053.48 करोड़ था। इसके लगाए गए अनुमान से सिर्फ 6 हजार करोड़ का फायदा हो सकता है।
महाराष्ट्र की कुल जीडीपी की बात की जाए तो 26 लाख करोड़ से अधिक है
महाराष्ट्र की आर्थिक राज्य में विकास दर 7.5 फीसदी की बढ़ोतरी से अनुमान लगाया गया था। देश के कुल सकल घरेलू उत्पाद में महाराष्ट्र का योगदान 144 फीसदी है। महाराष्ट्र की कुल जीडीपी की बात की जाए तो 26 लाख करोड़ से अधिक है। महाराष्ट्र में प्रति व्यक्ति की आय की बात करें तो 1 लाख 91 हजार 827 रुपये है। पिछले साल के मुकाबले देखा जाए तो प्रति व्यक्ति की आय में बढ़ोतरी पाई गए है। 2017-18 में प्रति व्यक्तिआय 1 लाख 76 हजार 1022 रुपये थी। जो 2018-19 में बढ़कर 1,91,827 रुपये हो गई है। वहीं बेरोजगारी दर को देखे तो 2017-18 में 4.9 फीसदी पर थी।