नई दिल्ली : दिल्ली की तिहाड़ जेल में आज सुबह 5.30 बजे देश के लिए एक नया सवेरा हुआ, जब 7 साल बाद देश की बेटी निर्भया Nirbhaya case को इंसाफ मिला, और उसके चारों गुनहगारों को फांसी के फंदे पर लटका दिया गया, एक लंबा इंतजार, एक कठीन संघर्ष और एक साहस भरी लड़ाई के बाद ये इंसाफ मिला, SC के इस ऐतिहासिक फैसले के बाद लोगों का न्याय में विश्वास बढ़ा है, सालों से इंसाफ का इंतजार कर रहे निर्भया के माता-पिता ने फांसी के बाद राहत की सांस ली और कहा कि अब जाकर उनकी बेटी को न्याय मिला है, निर्भया की मां ने कहा कि आज एक मां का धर्म पूरा हुआ।
Nirbhaya case एक साथ चारों दरिंदों को फांसी
लेकिन उनकी लड़ाई Nirbhaya case जारी रहेगी, देश की बेटियों के लिए, कल देर रात से ही पूरे देश को इन चारों के फांसी पर झूलने का इंतजार था, तिहाड़ जेल के बाहर लोगों की भीड़ जमा थी, निर्भया के माता-पिता को रात भर नींद नहीं आई, सुबह करीब सवा 5 बजे चारों को फांसी कोठी ले जाया गया, इससे पहले चारों को फांसी के लिए तैयार किया गया, दोषी विनय कपड़े पहनने में आनाकानी कर रहा था,लेकिन जेल सुपरिडेंटेड ने जेल पहुंच उसे कपड़े पहनाए और फांसी के लिए तैय़ार किया, करीब 5.16 पर उन्हें मुंह को काले कपड़े से ढ़का गया और 5.30 बजे चारों को जल्लाद पवन ने फांसी के फंदे से लटका दिया, करीब आधे घंटे तक चारों के शव फांसी पर झूलते रहे, इसके बाद तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने चारों की मौत की पुष्टि कर दी,
- बेटी को मिला इंसाफ, दोषियों को मिली फांसी
- सात साल के इंतजार के बाद इंसाफ
- एक साथ चारों दरिंदों को फांसी
- इस सुबह का इंतजार पूरे देश को था
- अब हुआ गुनहगारों को हिसाब