नई दिल्ली: बिहार में चमकी बुखार के साथ-साथ लू ने भी अपना कहर बरपा रखा है। चमकी बुखार ने राज्य में अब तक 125 से ज्यादा बच्चों की जिंदगी छीन ली है। वहीं, लू के कारण 75 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चमकी और लू से मरने वालों के परिवार को भले ही मुआवजा देने का ऐलान कर दिया हो, लेकिन लोगों में राज्य सरकार के खिलाफ जमकर गुस्सा फूट रहा है। अह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को राज्य की कई जगहों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे।
लू से बीमार लोगों का जानेंगे हाल-चाल
बिहार राज्य लू-चमकी के कहर से जूझ रहा है। इसी के चलते सीएम नीतीश गुरुवार को गया, औरंगाबाद और नवादा की कई जगहों का सर्वेक्षण करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री गया के एएनएमएमसीएच का भी दौरा करेंगे और लू से बीमार लोगों का हाल-चाल जानेंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री चमकी बुखार से पीड़ितों का हाल-चाल जानने श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SKMCH) गए थे। यहां मुख्यमंत्री को लोगों का भारी विरोध झेलने को मिला। नाराज लोगों ने ‘गो बैक नीतीश’ के नारे लगाए थे।
मुजफ्फपुर मे चमकी का सबसे ज्यादा कहर
चमकी बुखार का कहर सबसे ज्यादा बिहार के मुजफ्फरपुर में देखने को मिला है। यहां इस बीमारी ने 114 बच्चों की जान ले ली है। बता दें कि इस जानलेवा बीमारी ने 418 बच्चों को भी अपनी चपेट में ले लिया है, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों का हालचाल जानने के लिए हॉस्पिटल का दौरा किया था। इसके बाद उन्होंने कहा था कि अस्पताल इस बीमारी से निपटने की पूरी कोशिश कर रहा है।
सरकार के खिलाफ लोगों में जमकर रोष
हालांकि, लोगों ने उनका विरोध करते हुए उन पर मुकादमा दर्ज कराया है। नाराज लोगों का कहना है कि उन्होंने आरंभ में इस बीमारी के लिए कोई कदम नहीं उठाया। इसी के चलते उन पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। साथ ही सीएम नीतीश के खिलाफ भी नाराज लोगों ने केस दर्ज कराया है।