नई दिल्ली : दिल्ली नॉर्थ ईस्ट जिले में हुई हिंसा तफ्तीश में लगी क्राइम ब्रांच की स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम यानि SIT सबूत इकट्ठा करने में लगी है, CCTV कैमरों की DVR को कब्ज़े में लिया जा रहा है, हिंसा से प्रभावित हर एक थाने के इलाके में दर्ज मुकदमों की तफ्तीश एक ACP की निगरानी में हो रही है।
दिल्ली हिंसा में अब तक 41 लोगों की मौत
अब तक करीब 200 से ज्यादा लोगों के बतौर गवाह बयान दर्ज हो चुके हैं, दिल्ली हिंसा के बाद से फरेंसिक साइंस लैब की टीमें लगातार इलाके से नमूने उठाने में जुटी हैं, कई जगह से पॉइंट 32 और 9 एमएम पिस्टल के खाली खोखे भी बरामद हुए हैं, कुछ गोलियां दीवारों और पेड़ों में धंसी हैं, जिन्हें निकालने में मशक्कत करनी पड़ रही है, SIT को नागरिकता संशोधन कानून को लेकर नॉर्थ ईस्ट जिले में पिछले रविवार से शुरू हुए उपद्रव के दौरान हत्या, जानलेवा हमले, आगजनी, लूटपाट और प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने के सभी मामलों की जांच सौंपी गई है।
- कई जगह से पॉइंट 32 और 9 एमएम पिस्टल के खाली खोखे भी बरामद
- साइंस लैब की टीमें लगातार इलाके से नमूने उठाने में जुटी
- 200 से ज्यादा लोगों के बतौर गवाह बयान दर्ज
- फुटेज हासिल करने के लिए नोटिस भेजे गए
500 से ज्यादा शिकायत दर्ज
जांच अफसरों के मुताबिक ज़्यादातर मामलों में मौके का नक्शा बना लिया गया है, फोटोग्राफी करा ली गई है, मीडिया हाउस को फुटेज और फोटो मुहैया कराने और दिल्ली सरकार की तरफ से इंस्टॉल सीसीटीवी कैमरों की फुटेज हासिल करने के लिए नोटिस भेज दिए गए हैं, मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों से डंप डेटा हासिल कर लिए गए हैं, इनका ऐनालिसिस किया जाएगा, इससे पता लगाया जाएगा कि हिंसा वाली जगहों पर आरोपियों की लोकेशन क्या थी, संदिग्ध नंबरों की CDR खंगाली जाएगी, पुलिस सूत्रों ने दावा किया है कि अभी तक साढ़े पांच सौ से ज्यादा लोग लिखित तौर पर अपने नुकसान और हमले को लेकर शिकायत दे चुके हैं,कंप्लेंट मिलने का सिलसिला लगातार चल रहा है।