नई दिल्ली : कर्नाटक में जारी सियासी संकट अब अपने चरमोत्कर्ष पर पहुँचता नज़र आ रहा है। कांग्रेस-जेडीएस के इस्तीफ़ा देने वाले विधायकों की संख्या लागातार बढ़ती जा रही है। अब तक कांग्रेस के आठ और जेडीएस के 3 और कांग्रेस के 9 विधायकों ने इस्तीफ़ा दे दिया है। अगर विधायकों का इस्तीफ़ा मंजूर हो जाता है तो राज्य की कुमारस्वामी सरकार के ऊपर अल्पमत का खतरा मंडराता नज़र आ रहा है।
सीएम कुमारस्वामी अमेरिकी दौरे पर है, जहाँ से वो कल वापस भारत लौटेंगे। कुमारस्वामी की गैर-मौजूदगी में जिस तरह से गठबंधन में उथल-पुथल मची हुई है, उसने बीजेपी को राज्य में सरकार बनाने का मौका दे दिया है। बीजेपी कह भी चुकी है सबसे बड़ा दल होने के नाते वो सरकार बनाने के लिए तैयार है। बीजेपी ने ये भी साफ़ कर दिया है कि अगर राज्य में बीजेपी की सरकार बनती है, तो बीएस येदियुरप्पा ही मुख्यमंत्री होंगे।
गठबंधन में जारी उथल-पुथल के बीच अगर कुमारस्वामी सरकार भंग होती है, तो कांग्रेस के हाथ से एक और राज्य फिसल जायेगा। हालाँकि कांग्रेस ने विधायकों की आपात बैठक बुलाई है। कांग्रेस का कहना है कि विधायकों की नाराजगी दूर की जाएगी और कोई भी विधायक इस्तीफ़ा नहीं सौंपेगा। अब देखना ये है कि ये सियासी संकट किस मोड़ पर पहुँचता है।