राजस्थान: किसानों को लेकर वैसे तो सरकारें कई बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन सराकर के दावों की पोल तब खुलती है, जब हालातों से परेशान होकर किसान आत्महत्या करते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है राजस्थान के श्रीगंगानगर से, जहां कर्ज के चलते एक किसान ने आत्महत्या कर ली।
श्रीगंगानगर जिले के रायसिंहनगर क्षेत्र के ठाकरी गांव में 45 वर्षीय सोहनलाल मेघवाल नाम के किसान ने रविवार दोपहर जहर खाकर खुदकुशी की। किसान ने सुसाइड नोट में अपनी मौत का जिम्मेदार सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट को बताया है। अब किसान की आत्महत्या का ये मामला लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला तक पहुंच गया है।
राजस्थान के डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि वह अभी इस मामले की जांच करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि किसान ने कर्ज में डूबने के कारण आत्महत्या नहीं की है। हालांकि, उन्होंने इस पर दुख जताते हुए कहा कि जो हुआ गलत हुआ।
Sachin Pilot, Rajasthan Dy CM:Matter is under investigation.Incident (farmer suicide) is regrettable. From whatever info I have received so far, the person was not actually under debt. Govt of Rajasthan is fully committed in securing a better future for the framers in the state. pic.twitter.com/xEWztbInxW
— ANI (@ANI) June 25, 2019
बताया जा रहा है कि 45 साल के सोहनलाल पर कर्ज चुकाने के लिए बैंक की तरफ से दबाव बनाया जा रहा था, लेकिन वह इस दबाव को झेल नहीं पाया। इसके बाद उसने जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। जहर खाने से पहले उसने सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी शेयर किया, जिसमें उसने कहा कि आप सभी को मेरा आखिरी राम-राम।
बता दें कि अस्पताल ले जाने के कुछ समय बाद सोहनलाल ने दम तोड़ दिया। किसान की मौत से परिवारवाले गुस्से में है। गांववालों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। किसान के परिवार का कर्ज माफ करवाने के वादे पर किसान का अंतिम संस्कार किया गया।