नई दिल्ली : कोरोना काल में बर्डफ्लू का खतरा बढ़ गया है, और अब इसको लेकर सरकार के सामने कड़ी चुनौती हैं. देश के विभिन्न राज्यों को बर्ड फ्लू के एच5एन8 (H5N8) स्वरूप (स्ट्रेन) को नियंत्रित करने के लिए मंगलवार को अलर्ट कर नमूनों को जांच के लिए भेज दिया गया है, जबकि केरल में मुर्गों और बत्तखों को मारना शुरू कर दिया गया है।

अब तक पांच राज्यों में पक्षियों से बर्ड फ्लू के वायरस की पुष्टि हुई है. केंद्रीय कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री संजीव बालयान ने बताया, एनफ्लूएंजा की रिपोर्ट के अनुसार पांच राज्यों- हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और केरल से मिले हैं. हरियाणा में इसका प्रसार पोल्ट्री में हो गया है, उसके अलावा यह वायरस अब तक जंगली और प्रवासी पक्षियों में मिला है.
इंसानों में भी हो सकता वायरस-
संजीव बालयान ने आगे बताया, ‘वायरस का प्रसार इंसानों में भी हो सकता है, लेकिन भारत में ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है. अभी इसका कोई इलाज नहीं है. सभी राज्य सरकारों से पक्षियों की आवाजाही और उनके निपटान के अलावा रोकथाम से संबंधित जरूरी उपाय करने को कहा गया है.

केंद्र सरकार ने दी हिदायत-
केंद्र ने बुधवार को कहा कि कुक्कुट, बत्तखों, कौओं एवं प्रवासी पक्षियों में बीमारी के और प्रसार को रोकने के लिए परामर्श जारी किया गया. तथा अन्य राज्यों से पक्षियों की किसी भी असामान्य मौत पर नजर रखने को कहा गया है. बर्ड फ्लू के नए मामले इसलिए भी चिंताजनक हैं, क्योंकि अभी कुछ महीने पहले 30 सितंबर 2020 को भारत ने खुद को इस बीमारी से मुक्त घोषित किया था.

10 दिनो में चार लाख से अधिक पोल्ट्री पक्षियों की मौत-
अधिकारियों ने कहा कि हरियाणा के पंचकूला जिले की फर्म में बीते 10 दिनो के दौरान चार लाख से अधिक पोल्ट्री पक्षियों की मौत हो चुकी है. उन्होंने बताया जालंधर की स्थानीय रोग जांच प्रयोगशाला की एक टीम ने पक्षियों के नमूने एकत्रित कर लिए हैं. केरल में पक्षियों के संक्रामक रोग के प्रकोप के बाद पड़ोसी कर्नाटक और तमिलनाडु ने निगरानी बढ़ा दी और दिशा-निर्देश जारी किए हैं. केरल में फ्लू के कारण करीब 1700 बत्तखों की मौत हो गई है.