नई दिल्ली: अलवर(Alwar) जिले के कठूमर विधानसभा के सहाड़ी सरकारी स्कूल में जय भीम बोलने पर गुस्साए अध्यापक ने बच्चों की पिटाई कर दी। जब बच्चे घर पहुंचे तो उन्होंने अपने परिजनों को सुचना दिया। तो गुस्साए परिजनों ने उस अध्यापक की जमकर धुनाई कर दी, परिजन व स्कूल प्रिंसिपल द्वारा मामले को थाने में दर्ज करा दिया गया है। जब ग्रामीणों का गुस्सा शांत नहीं हुआ तो उन्होंने अध्यापक के तबादले की मांग की कर दी है, परिजनों का कहना है कि जब तक अध्यापक का तबादला नहीं किया जाएगा बच्चों को विद्यालय नहीं भेजेंगे।
Alwar: बहन की भी पिटाई कर दी
जब बच्चे की पिटाई हो रही थी तो बचाने आई बहन की भी पिटाई कर दी। दरअसल मामला यह था कि आदर्श नाम के एक छात्र ने स्कूल पहुंच कर अध्यापक से नमस्कार की जगह जय भीम बोल दिया तो इसी बात से तमतमाए अध्यापक सत्यवान सैनी ने छात्र आदर्श कुमार के साथ पहले तो गाली-गलौज करने लगे और जब फिर भी शांत नहीं हुए तो उसके साथ मारपीट करने लगे।
इतने में ही बहन अवधेश ने आकर बीच बचाव किया तो अध्यापक सत्यवान सैनी ने अवधेश के साथ भी मारपीट की और जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर अपमानित किया। जिसके बाद बच्चों ने घटना के बारे में परिजनों को बताया तो परिजन और समाज के लोग विद्यालय पहुंच गए।
जब गुस्साए परिजन विद्यालय पहुंचे तो वहां अध्यापक भरत भूषण मिले और घटना के बारे में सारी बात बताई। तो अध्यापक ने कहा कि “तुम तो चमार हो” परिजनों ने कहा उसने भी हमें चमार कहकर अपमानित किया। अध्यापक भरत भूषण ने धमकी दी की अगर विद्यालय से नहीं गए तो तुम्हारे ऊपर राजकार्य में बाधा डालने का केस लगा दूंगा।
परिजनों ने कहा की हम डर के कारण स्कूल से बाहर आ गए। इसलिए हम खेड़ली पहुंचकर थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी। राम दयाल जाटव निवासी सहाड़ी ने खेड़ली थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस ने धारा 323, 341 भारतीय दंड संहिता 3(1)(R) (S), 3(2)(VA) एससी एसटी एक्ट में मामला दर्ज कर लिया गया है।
जांच अधिकारी अमित सिंह उप निरीक्षक पुलिस थाना खेड़ली ने कहा की अपराधिक मामला राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सहाडी के अध्यापक भरत भूषण ग्राम बसारी और अध्यापक सत्यवान सैनी ग्राम चौक के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। आपको बता दें वहीं स्कूल के प्रधानाचार्य के द्वारा करीब डेढ़ दर्जन लोगों के खिलाफ थाने में मामला दर्ज करवाया गया है। गुस्साए परिजनों ने स्कुल गेट पर ताला लगा दिया साथ ही अध्यापकों के खिलाफ जमकर नारे बाजी की
उत्तर प्रदेश में गांव की सरकार बनाने का इंतजार समाप्त हो गया है।