Ratan Tata का 18 साल के स्टार्टअप बॉय के साथ बिज़नेस, जानकर दंग रह जायेंगे
दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा ने गुरुवार को एक नई मिसाल कायम की है। रतन टाटा ने महज़ दो साल पुरानी स्टार्टअप ‘जेनरिक आधार’ में निवेश किया है। रतन टाटा के इस स्टार्टअप से जुड़ना ‘जेनेरिक आधार’ के लिए बहुत बड़ी बात है। हलाकि , रतन टाटा की तरफ से इस स्टार्टअप में कितना निवेश किया गया है ये अभी सामने नहीं आया है। लेकिन महज़ १७ साल के लड़के के स्टार्टअप में रतन टाटा का निवेश भारतीय व्यवसाय की दुनिया में नई और अच्छी पहल है।
महज़ 18 साल के हैं अर्जुन देशपांडेय
इसके फाउंडर अर्जुन देशपांडेय बस 18 साल के हैं। अर्जुन के इस स्टार्ट अप ‘जेनरिक आधार’ का मुख्य काम खुदरा कारोबार है। ‘जेनेरिक आधार’ मैन्युफैक्चरर्स से दवा लाकर रिटेलर्स में बेंचती है।वर्तमान में कंपनी का रेवेन्यू 6 करोड़ रुपये है लेकिन ,कम्पनी के पीआर का कहना है कि कम्पनी के द्वारा अगले तीन वर्षों में इसे 150-200 करोड़ रुपये तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। फाउंडर के द्वारा फार्मासिस्ट, आईटी इंजीनियर और मार्केटिंग पेशेवरों सहित लगभग 55 व्यक्तियों को नियुक्त करने की बात कही गई है।
गरीबों के लिए सस्ती दवाई का उद्देश्य
मशहूर व्यवसायी रतन टाटा के इस स्टार्टअप से जुड़ना ‘जेनेरिक आधार’ के लिए बहुत बड़ी बात है। हलाकि , रतन टाटा की तरफ से इस स्टार्टअप में कितना निवेश किया गया है ये अभी सामने नहीं आया है। लेकिन महज़ १७ साल के लड़के के स्टार्टअप में रतन टाटा का निवेश व्यवसाय की दुनिया में नई पहल है। अर्जुन के पीआर एजेंसी का कहना है कि ,डीएवी पब्लिक स्कूल ठाणे के एक पूर्व छात्र अर्जुन देशपांडेय ने गरीबों के लिए सस्ती दवाइयां लाने के उद्देश्य से यह शुरू किया।
रतन टाटा ने अब तक कई स्टार्टअप में किया निवेश
गौरतलब है कि,रतन टाटा दिसंबर 2012 में समूह से रिटायरमेंट है। रिटायरमेंट के बाद अब तक एक दर्जन से अधिक स्टार्ट-अप्स में निवेश किया है। स्टार्टअप में किये जाने वाले सभी निवेश उनकी कंपनी आरएनटी एसोसिएट्स के माध्यम से किए गए हैं। उनके कुछ निवेशों में ओला, पेटीएम, स्नैपडील, क्योरफिट, अर्बन लैडर और अवंती फाइनेंस जैसे नाम शामिल हैं।
अर्जुन के पास तैयार है पूरा ख़ाका
अर्जुन देशपांडे ने इस स्टार्टअप को लेकर पूरा खाका तैयार किया है। फ्रेंचाइजी आधारित इस मॉडल पर 1,000 फार्मेसियों के साथ साझेदारी करने और गुजरात, तमिलनाडु, आंध्र, दिल्ली, गोवा और राजस्थान तक अपनी पहुंच का विस्तार करने की योजना बनाई गई है। इतना हीं नहीं कम्पनी के पीआर एजेंसी के अनुसार ,’जेनेरिक आधार’ असंगठित क्षेत्र को सही तकनीक, आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर और ब्रांडिंग में सबसे आगे लाने के लिए सभी सहायता देगा।
प्रमाणित निर्माताओं से टाई अप
18 वर्षीय अर्जुन ने इस स्टार्टअप के लिए हर सतह पर काम किया है। मौजूदा समय में ‘जेनेरिक आधार’ डायबटीज और उच्च रक्तचाप की दवाओं की आपूर्ति करता है, लेकिन जल्द ही यह बाजार मूल्य से कम दरों पर कैंसर की दवाओं की आपूर्ति करेगा। इसके साथ हीं अर्जुन देशपांडेय ने WHO-GMP के चार प्रमाणित निर्माताओं से टाई अप किया है, जिसमें पालघर, अहमदाबाद, पुडुचेरी और नागपुर हैं।