नई दिल्ली : तेलंगाना की राचकोंडा पुलिस ने मंगलवार को इलाके के सबसे वांछित सीरियल किलर हत्यारे मैना रामुलु को पकड़ लिया गया हैं. रामुलु पर 16 हत्या के, चार संपत्ति चोरी के और एक पुलिस हिरासत से भागने का मामला था।
रामुलु को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, लेकिन तेलंगाना उच्च न्यायालय में अपील के बाद रिहा कर दिया गया था. पुलिस आयुक्त अंजनी कुमार ने कहा,1 जनवरी 2021 को, काव्या अनाथैया जुबली हिल्स पुलिस में आए और 30 दिसंबर से लापता अपनी 50 वर्षीय पत्नी कवला वेंकटम्मा के बारे में शिकायत दर्ज कराई थी।
आरोपी की आपबीती-
कुमार ने बताया- आरोपी रामुलु का जन्म तेलंगाना के सांडी रेड्डी जिले के कंडी मंदिर में हुआ था. जब वह 21 साल का था, तो उसके माता-पिता ने उसकी शादी कर दी. लेकिन जल्द ही उसकी पत्नी किसी और के साथ रहने लगी. इसके बाद रामुलु ने महिलाओं पर गुस्सा करने के लिए सीरियल किलिंग को अंजाम देना शुरू कर दिया. उसने 2003 से 16 महिलाओ की हत्या की. आरोपी संपत्ति की चोरी के मामलों में भी शामिल रहा.
मामला-
2011 में, अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश रंगा रेड्डी जिले ने आरोपी रामुलू को आजीवन कारावास की सजा सुनाई और 21 फरवरी, 2011 को 500 रुपये का जुर्माना लगाया. अंजनी कुमार ने बताया, ‘केंद्रीय कारागार चेरलापल्ली में आजीवन कारावास के दौरान रामुलु को भर्ती कराया गया था. 1 दिसंबर 2011 को एर्रागड्डा में मानसिक अस्पताल में इलाज के बाद वह पांच अन्य कैदियों के साथ मानसिक अस्पताल से भाग गया. भागने के बाद, आरोपी रामुलु ने पांच और हत्याएं कीं, जिनमें बोवेनपल्ली पुलिस स्टेशन (दो मामले), चंदा नगर पुलिस स्टेशन (दो मामले) दुंदीगल पुलिस स्टेशन (एक मामला) शामिल हैं. उन्हें बोवेनपल्ली पुलिस ने 13 मई 2013 को पांच मामलों में गिरफ्तार किया था।
लगातार करता गया हत्या-
आयुक्त ने कहा कि 10 दिसंबर, 2020 को आरोपी बाला नगर (साइबराबाद) के परिसर में गया और एक अज्ञात महिला को फंसा लिया. महिला की उम्र 35 से 45 वर्ष के बीच थी, उसने महिला को उसके साथ शराब पीने के लिए मना लिया. वह महिला को सिद्दीपेट में मुदगूप पुलिस स्टेशन के जाप्ता सिंगयापल्ली गांव के एकांत इलाके में ले गया. यहां दोनों ने शराब पी, जिसके बाद आरोपी ने महिला की गला घोंटकर बेरहमी से उसकी हत्या कर दी. उन्होंने मृतक के चांदी के सामान भी चुराए और घटनास्थल से फरार हो गए. घाटकेसर तक सभी संभावित स्थानों पर 500 सीसीटीवी फुटेज की जांच की. इसके बाद उन्हें 26 जनवरी को गिरफ्तार किया गया।