नई दिल्ली- आखिरकार, राजस्थान में लंबी खींचतान के बाद विभागों को बंटवारा हो गया है। हाईकमान के फैसले के बाद गुरुवार को विभागों को बंटवारा हुआ। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खाते में गृह और वित्त मंत्रालय समेत 9 मंत्रालय गए, जबकि उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को ग्रामीण विकास और पंचायती राज समेत पांच मंत्रालय दिए गए। मंत्रालय विभागों के बंटवारें में एक बार फिर गहलोत डिप्टी सीएम पायलट पर भारी दिखाई दिए।
1. अशोक गहलोत को मिले मंत्रालय
वित्त विभाग
आबकारी विभाग
आयोजना विभाग
नीति आयोजना विभाग
कार्मिक विभाग
सामान्य प्रशासन विभाग
राजस्थान राज्य अन्वेषण ब्यूरो
सूचना प्रौद्यौगिकी एवं संचार विभाग
गृह मामलात एवं न्याय विभाग
2. सचिन पायलट को मिले मंत्रालय
सार्वजानिक निर्माण विभाग
ग्रामीण विकास विभाग
पंचायती राज विभाग
विज्ञानं एवं प्रौद्यौगिकी विभाग
सांख्यिकी विभाग
दिल्ली में हुई बैठक
बता दें कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच मंत्रालयों को लेकर खींचतान चल रही थी, जिसके बाद कांग्रेस हाईकमान ने विभागों का बंटवारा किया। खबरों के अनुसार, अशोक गहलोत ने बुधवार को राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे से मुलाकात की थी इसके बाद राहुल गांधी के निवास पर बैठक हुई, जिसमें मंत्रालयों के विभागों का बंटवारा हुआ। बैठक में अशोक गहलोत और सचिन पायलट भी शामिल हुए थे।
पायलट पर भारी गहलोत
बता दें कि गहलोत मंत्रिमंडल में आधे से ज्यादा नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। सियासी पंडितों की माने, तो मंत्रिमंडल में 60 फीसदी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थकों को मंत्री बनाया गया है, जबकि करीब 40 फीसदी उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के समर्थकों को मंत्रिमंडल में जगह दी गई है। यानि साफ है कि गहलोत एक बार फिर पायलट से आगे दिखाई दिए।