नई दिल्ली: Supertech Emerald Case: सुपरटेक एमराल्ड केस में सुप्रीम कोर्ट ने कल नोएडा स्थित सुपरटेक के 40 मंजिला ट्विन टॉवरों को गिराने के आदेश दिए थे। इसके बाद यूपी सरकार ने भी इस पर काफी सख्त रुख अपना लिया है। बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके साथ नोएडा विकास प्राधिकरण ने भी एक टीम बना दी है जो पुराने अफसरों का रिकार्ड खंगालने में जुटी है।
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Supertech Emerald Case: सुपरटेक की एमेराल्ड कोर्ट परियोजना
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश को सही ठहराते हुए नोएडा में सुपरटेक की एमेराल्ड कोर्ट परियोजना के 40 मंजिला दो निर्माणाधीन टॉवरों-एपेक्स और सियेन को नियम उल्लंघन के मामले में तीन महीने के भीतर गिराने के निर्देश दिए हैं।
(Supertech Emerald Case) नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के खिलाफ
कोर्ट ने कहा कि वह कानून के उल्लंघन के मामले में सुपरटेक के अधिकारियों और नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश नगर विकास कानून एवं औद्योगिक क्षेत्र विकास कानून के तहत मुकदमा चलाने की मंजूरी देने के उच्च न्यायालय के आदेश की भी पुष्टि करता है। कोर्ट ने कहा कि मामले से कानून के उल्लंघन में डेवलेपर (सुपरटेक) के साथ योजना प्राधिकरण (नोएडा) की मिलीभगत का खुलासा हुआ है।
सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया
सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सुपरटेक एमराल्ड के जिन अधिकारियों ने ट्विन टॉवर के कंस्ट्रक्शन के दौरान अनियमितताएं बरतीं हो, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इसके बाद नोएडा विकास प्राधिकरण में अफसरों का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। इस मामले में प्राधिकरण की सीईओ ऋतु माहेश्वरी ने एक टीम भी गठित कर दी है।
प्लानिंग विभाग के अधिकारी रडार पर
इस टीम का हेड दो एसीईओ को बनाया गया है। सूत्रों के मुताबिक प्लानिंग विभाग के अधिकारी रडार पर हैं। प्लानिंग विभाग के तत्कालीन मैनेजर पर भी नज़र रखी जा रही है। इसके साथ ही कई पूर्व अधिकारियों का रिकॉर्ड भी स्कैन किया जा रहा है। टीम की रिपोर्ट आने के बाद अधिकारियों के खिलाफ एक्शन होगा।