इंदौर- मध्य प्रदेश के इंदौर से बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय द्वारा निगम अधिकारियों के साथ मारपीट का मामला सामने आया था, जिसमें बीजेपी विधायक को जल भी रहना पड़ा था। जिस मकान के लिए बीजेपी विधायक ने अधिकारियों के साथ मारपीट की थी, अब वही मकान मंगलवार को तोड़ दिया जाएगा। जर्जर भवन को ढहाने के लिए पहले ही नोटिस जारी किया जा चुका है।
आकाश विजयवर्गीय ने कहा
जेल से बाहर आने के बाद आकाश ने कहा कि जेल में उनका समय अच्छे से बीता। अंदर उन्हें किसी तरह की कोई समस्या नहीं हुई। बता दें कि आकाश विजय वर्गीय मध्य प्रदेश बीजेपी के बड़े नेता कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘जब महिलाओं को पुलिस के सामने घसीटा जा रहा हो, तो मैं कुछ भी करने के लिए सोच नहीं सकता हूं। इसको लेकर मुझे कोई शर्मिंदगी नहीं है। जो मैंने किया, उसका मुझको कोई दुख नहीं है। हालांकि, अब गांधी के रास्ते पर चलना है, लेकिन मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वो दोबारा बल्लेबाजी करने का अवसर न दें।
क्या था पूरा मामला
इंदौर निगम के अधिकारी यहां के जर्जर मकान को तोड़ने पहुंचे थे, इसी दौरान आकाश ने अधिकारियों के साथ मारपीट की थी। बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय अधिकारी को बैट से पीटते हुए वीडियो वायरल हो रहा था। वीडियो में आकाश बैट से अधिकारियों पर हमला करते दिखाई दे रहे है। आकाश और अधिकारियों के बीच बहस हुई, लेकिन बाद में इस बहस ने इतना बड़ा रूप ले लिया कि आकाश ने अधिकारियों के साथ बदसलूकी की। नगर निगम के अधिकारियों के साथ मारपीट करने पर कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था निगम अधिकारी को बैट से पीटते हुए आकाश का वीडियो वायरल हुआ था, जिस पर त्वरित एक्शन लिया गया है और एफआईआर दर्ज कर ली गई है।