जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: 28 जून को राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की दो मुस्लिम शख्स ने बेरहमी से हत्या कर दी थी। जिसके बाद से ही पूरे राजस्थान में लोगों का आक्रोश जारी है। यहां उदयपुर के सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। वहीं प्रदेश में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है। राजस्थान के तनावपूर्ण हालात को देखते हुए प्रशासन ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कर्फ्यू को 1 और दिन के लिए बढ़ा दिया है, जो 30 जून की रात 12 बजे तक प्रभावी रहेगा। इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है
कर्फ्यू लगा, इंटरनेट सेवाएं बंद, धारा-144 लागू
आपको बता दें, उदयपुर हत्याकांड के बाद पूरे राजस्थान और अजमेर संभाग के चारों जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है आपको बता दें,अजमेर, टोंक, भीलवाड़ा और नौगार में इंटरनेट बंद कर दिया है। वहीं उदयपुर के धनमंडी, घंटाघर, हाथीपोल, अंबामाता, सूरजपोल, भूपालपुरा और सवीना थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। कर्फ्यू के साथ ही पूरे राजस्थान में धारा 144 लागू कर दी गई है। जानकारी के मुताबिक, राज्य के सभी जिलों में अगले एक महीने के लिए धारा 144 लागू रहेगी।
बंद और विरोध का ऐलान
भाजपा समेत कई संगठनों ने उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या के खिलाफ रैली और बाजार बंद की अपील की है। कन्हैयालाल हत्याकांड के विरोध में सर्व समाज ने गुरुवार को विशाल रैली निकालने का फैसला किया है। रैली सुबह 9.30 बजे से निकाली जाएगी। रैली में सभी समाज के प्रतिनिधि शामिल होंगे। टाउन हॉल से रवाना होकर यह रैली कलेक्ट्रेट तक पहुंचेगी। भारतीय जनता पार्टी ने भी उदयपुर में प्रदर्शन का ऐलान किया है। व्यापार मंडलों ने बंद का ऐलान किया है।
पीड़ित परिवार से मिलेंगे सीएम गहलोत
उदयपुर हत्याकांड के बाद राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज कन्हैयालाल के परिजनों से मिलने उदयपुर जाएंगे। परिजनों से मिलने से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा, ‘मैं उदयपुर में जघन्य हत्या की निंदा करता हूं। अपराध में शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और पुलिस मामले की तह तक जाएगी। मैं सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। उन लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। जो इस तरह के जघन्य अपराध में शामिल हैं।’ सीएम गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से अपील की कि वह देशवासियों से शांति बनाए रखने की अपील करें।
क्योें की गई थी कन्हैयालाल की हत्या?
आपको बता दें, पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद के बारे में एक विवादित टिप्पणी की थी। जिसके चलते नूपुर शर्मा को बीजेपी से निष्कासित भी कर दिया गया था। नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी से खूब बवाल हुआ था और इसी वबाल का एक उदाहरण कन्हैयालाल की हत्या है। जानकारी के लिए आपको बता दें, उदयपुर के रहने वाले टेलर कन्हैयालाल ने नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट लिखी थी। इसके बाद से वह इन लोगों के निशाने पर थे। उनकी इस पोस्ट से नाराज होकर दो मुस्लिम शख्स ने कन्हैयालाल की हत्या कर दी थी। यही नहीं हत्या के बाद दोनों हत्यारों ने धमकी भरा एक वीडियो जारी कर यह भी कहा है कि ऐसे विवादित बयान देने वालों और उनका समर्थन करने वालों के साथ यही सुलूक किया जाएगा। आपको बता दें, हत्या के दोनों आरोपियों को राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। हत्या करने वालों की पहचान रियाज और मोहम्मद गौस के रूप में हुई थी।