जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के किसानों को यूपी सरकार इस बार बड़ा उपहार देने जा रही है। किसानों को मुफ्त बिजली की सौगात इस बजट का महत्वपूर्ण हिस्सा हो सकता है। इस बार योगी सरकार किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली की घोषणा बजट में कर सकती है। भाजपा के संकल्प पत्र में इसे प्रमुखता से शामिल भी किया गया था।
इस घोषणा को पूरा करने पर सरकार के खजाने में करीब 1800 करोड़ रूपए सलाना व्यय भार आएगा। जो कि कर्जमाफी के बजट से बहुत कम भी है। कोयला संकट को देखते हुए बिजली की उपलब्धता में आ रही दिक्कतों को देखते हुए यह कयास भी लगाए जा रहे हैं कि शायद सरकार इस बजट में इसे शामिल न करे। सरकार किसानों के आलू प्याज टमाटर जैसी फसलों का न्यूनतम मूल्य सुनिश्चित करने के लिए भामाशाह भाव स्थिरता कोष बनाने की घोषणा को भी बजट का हिस्सा बना सकती है।
इसके अलावा मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत वित्तीय सहायता को 15 हजार से बढ़ाकर 25 हजार करने, 60 वर्ष उम्र की महिलाओं को सार्वजनिक परिवहन में मुफ्त यात्रा की सुविधा देने, विधवा और निराश्रित महिलाओं की पेंशन में वृद्धि, मेधावी छात्राओं को रानी लक्ष्मीबाई योजना के तहत मुफ्त स्कूटी वितरण और माध्यमिक विद्यालयों के बुनियादी ढ़ांचे के नवीनीकरण की घोषणा को इस बजट के माध्यम से आगे बढ़ा सकती है। देखना होगा कि हाल ही में जीत कर आई सरकार प्रदेशवासियों के लिए बजट में क्या राहत देगी।