नई दिल्लीः UP Police: आये दिन हम पुलिस के बारे में एकदम नेगेटिव सा चेहरा सामने आता है। लेकिन उत्तर प्रदेश के देवरिया (Deoria) जिले में पुलिस (Police) का मानवीय चेहरा देखने को मिला है. यहां पुलिस की दरियादिली के चलते एक मां ने अपने नवजात बेटे का नाम सिपाही रखा. साथ ही कहा कि वह अपने बेटे को पुलिस बनाएगी ताकि वह बड़ा होकर दूसरों की मदद कर सके.
UP Police: यह है मामला ?
मामला देवरिया जनपद के तरकुलवा थाना क्षेत्र का है, जहां बीच रास्ते में एक महिला प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी. महिला अपने पति के साथ बाइक पर अस्पताल जा रही थी. जब उससे दर्द बर्दाश्त नहीं हुआ तो वह बाइक से उतरकर सड़क पर बैठ गई. पति भी उसको लेकर परेशान था कि इस हालत में किसी तरह उसे अस्पताल पहुंचा सके. तभी तरकुलवा थाना के थानेदार प्रदीप शर्मा की नजर उस महिला पर पड़ी. उन्होंने तुरंत अपनी गाड़ी में महिला को बैठाया और अस्पताल पहुंचाया.
सराहनीय मामला
वहीं, अस्पताल के फार्मासिस्ट मुरारी लाल सिंह ने बताया कि एसओ महिला को अपनी गाड़ी में बिठाकर तरकुलवा सामूहिक स्वास्थ्य केंद्र ले आये. यहां पहुंचते ही गेट के सामने महिला ने बच्चे को जन्म दिया. थानेदार के इस मानवीय कार्य से महिला और बच्चे दोनों की जान बच गई. फार्मासिस्ट ने भी थानेदार के कार्य की प्रशंसा की.
बेटे का नाम रखा सिपाही
वहीं, बच्चे को जन्म देने वाली महिला पुलिस के इस कार्य को देखकर इतना प्रभावित हुई कि उसने अपने बच्चे को पुलिस बनाने की ठान ली. इतना ही नहीं उसने अपने बेटे का नाम सिपाही रख दिया. वहीं, एसओ प्रदीप शर्मा का कहना था कि इनकी मदद करके बहुत अच्छा लग रहा है. पुलिस का काम है लोगों की मदद करना. बेटे का नाम रखा सिपाही
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