नई दिल्ली : अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट नें राम मंदिर निर्माण के लिए खरीदी हुई जमीन पर सवाल उठाए गए है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय पवन ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर जमीन खरीद में भ्रष्टाचार का आरोप लगाता हुए कहा कि “दो करोड़ रुपए में खरीदी गई जमीन 10 मिनट के अंदर 18.50 करोड़ रुपए में कैसै हो गई” । साथ ही रजिस्टर्ड एग्रीमेंट भी करा दिया गया। वहीं पूरे मामले में दस्तावेज पेश करते हुए इसकी जांच CBI से कराने की मांग की है। इस मामले को लेकर कांग्रेस एवं आम आदमी पार्टी ने भी यूपी सरकार पर हमला बोला है। वहीं ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने एक पत्र जारी कर आरोपों को खंडन किया है।
पूर्व मंत्री पवन पांडेय ने बताया कि यह भूमि सदर तहसील क्षेत्र के बाग बिजैसी में स्थित है, जिसका क्षेत्रफल 12 हजार 80 वर्ग मीटर है। यह भूमि रवि मोहन तिवारी नाम के एक साधु व सुल्तान अंसारी के नाम बैनामा हुई थी। ठीक 10 मिनट बाद इसी भूमि का ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के नाम 18.50 करोड़ में रजिस्टर्ड एग्रीमेंट कर दिया जाता है। बैनामा व रजिस्टर्ड एग्रीमेंट 18 मार्च, 2021 को किया गया।
आरोप है कि बैनामा व रजिस्टर्ड एग्रीमेंट में ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्र और नगर निगम के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय गवाह हैं। उन्होंने आरटीजीएस की गई 17 करोड़ रुपए धनराशि की जांच कराने की मांग की है। साथ ही कहा है कि यह धनराशि कहां-कहां गई इसका पता लगाया जाए और भ्रष्टाचार में विलिप्त लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
राम के नाम पर हो रही लूट पर कड़ी जांच होनी चाहिए
कांग्रेस के प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि आज जो आरोप विश्व हिंदू परिषद पर लग रहे हैं। उसमें 2 करोड़ की जमीन 5 मिनट में 18 करोड़ की हो जा रही है। क्या राम के नाम पर धन की लूट का काम तो नहीं हो रहा है। इसकी गंभीरता से जांच होनी चाहिए। सरकार इसकी उच्चस्तरीय जांच कराए अगर ये लूट हुई है तो उन लोगों को साधारण लोगो से ज्यादा कई गुना ज्यादा सजा मिलनी चाहिए।
आप ने कहा- CBI और ED करे मामले की जांच
आम आदमी पार्टी (आप) से राज्यसभा सदस्य व उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने भी अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करा रहे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए उसकी जांच सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से कराने की मांग की है।
संजय सिंह ने कहा कि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने संस्था के सदस्य अनिल मिश्रा की मदद से दो करोड़ रुपये कीमत की जमीन 18 करोड़ रुपये में खरीदी। यह सीधे-सीधे मनी लॉड्रिंग का मामला है। सरकार इसकी सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय से जांच कराए। संजय सिंह ने कहा कि दो करोड़ की जमीन खरीद व 18 करोड़ के एग्रीमेंट, दोनों में ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा गवाह हैं।
ट्रस्ट ने कहा “वहाँ ज़मीन महँगी है”
झूठ पकड़ा गया ज़मीन की मालियत 5 करोड़ 80 लाख है ये ज़मीन सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी को 2 करोड़ में मिल जाती है तो 5 मी. बाद ट्रस्ट को 18.5 करोड़ में क्यों मिली?
क्या 5.50 लाख रु प्रति सेकेंड ज़मीन महँगी हो सकती है? #RamMandirScam pic.twitter.com/iDWsd7MC0H— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) June 13, 2021
ट्रस्ट के महासचिव नें कहा – “समाज को गुमराह करके भ्रामक प्रचार कर रहे”
वहीं, ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने आरोपों को गलत बताया है। उन्होंने एक आधिकारिक पत्र जारी कर आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने पत्र साझा कर सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा कि राजनीतिक विद्वेष से प्रेरित लोग जमीन खरीद के सम्बन्ध में समाज को गुमराह करने के लिए भ्रामक प्रचार कर रहें हैं।
राजनीतिक विद्वेष से प्रेरित लोग ज़मीन ख़रीद के सम्बंध में समाज को गुमराह करने के लिए भ्रामक प्रचार कर रहें हैं। pic.twitter.com/jfENrubyOp
— Champat Rai (@ChampatRaiVHP) June 13, 2021
प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी साधा निशाना
करोड़ों लोगों ने आस्था और भक्ति के चलते भगवान के चरणों में चढ़ावा चढ़ाया। उस चंदे का दुरुपयोग अधर्म है, पाप है, उनकी आस्था का अपमान है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 14, 2021