वाराणसी: दुनिया में भारत के पर्यटन स्थलो में पहली पसंद वाराणसी की काशी विश्वनाथ मंदिर को किया है। प्रदेश सरकार काशी को गूगल मैप से भी जोड़ा जा रही है। और साथ ही प्रदेश के अन्य धार्मिक स्थलों को जोड़ने पर काम कर रही है।
पर्यटन
बता दें कि राज्य की सराकर गूगल मैप में वाराणसी के धार्मिक पर्यटन के साथ अयोध्या, मथुरा, चित्रकूट और अन्य धार्मिक शहरों को जोड़ने जा रही है। प्रदेश का पर्यटन विभाग अपनी वेबसाइट मे भी पुरातन नगरी काशी को औऱ दूसरे शहरों से जोड़ने जा रहा है।
भूमि पूजन श्रीराम मंदिर का
अयोध्या में श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन होने के बाद वाराणसी की नगर नीगम को विकास की उम्मीद ओर तेज हो गई है। पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी होने से धार्मिक पर्यटन को और बढावा दिया जा रहा है। जिस के चलते शहरों को जोड़ने पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए काशी, प्रयागराज, श्रृंगेरपुर, चित्रकूट और अयोध्या के बीच आने वाले सभी राजमार्गों को जोड़कर एक लिंक धार्मिक सर्किट बनाने के रोडमैप पर काम चल रहा है।
काशी-अयोध्या
काशी-अयोध्या के बीच प्रदेश सरकार फोरलेन बनाने जा रही है। फिलहाल जिस की रूप रेखा भूतल परिवहन मंत्रालय में दी गई है। साथ ही इसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने डीपीआर को तैयार कर लिया है। इस डी पी आर से बनारस, जौनपुर, अंबेडकर नगर और अयोध्या के 192 किमी मार्ग को बनाने जा रही है। इस मार्ग पर सरकार का 3000 करोड़ रुपये का खर्च आना आने का आनुमान है। काशी-वाराणसी के राजमार्ग को बनाने में सरकार को एक पुल, चार छोटे पुल, दो फ्लाइओवर और 30 अंडरपास को बनाना होगा।