नई दिल्ली : य़ोगी सरकार सिद्धार्थनगर में तीन दिवसीय ‘काला नमक चावल महोत्सव’आयोजित बनाने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज इसका वर्चुअली उद्घाटन राजकीय इंटर कालेज नौगढ़ के प्रांगण में आयोजित करने जा रही है।
इस तीन दिवसीय महोत्सव में जो 13 से 15 मार्च चलेगा। उस से निर्मित व्यंजनों के स्टाल लगाने के साथ ही इसके उम्दा व्यंजन बनाने वालों को भी सम्मानित किया जाएगा.। महोत्सव में आने वाले लोग काला नमक चावल से बने व्यंजन का स्वाद लेने के साथ काला नमक धान के बीज और चावल के स्टॉल से खरीददारी भी कर सकेगे ।.केंद्र और प्रदेश सरकार के एक जिला-एक उत्पाद योजना में शामिल योजन में काला नमक की खेती के बारे में लोगों को जागरूक करने जा रही है।साथ ही उस के काला नमक चावल की आध्यात्मिक एवं वैज्ञानिक खूबियों की भी जानकारी दी जाएगी ।
एक जिला एक उत्पाद
मुख्यमंत्री द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान एवं लोकल फॉर वोकल अभियान के अंतर्गत एक जिला एक उत्पाद के रूप में चयनित उत्पादों के प्रमोशन, मार्केटिंग एवं ब्रांडिंग के क्रम के लिए मिले निर्देशों के क्रम में यह आयोजन किया जा रहा है। कालानमक चावल महोत्सव में काला नमक चावल के विभिन्न व्यंजन प्रदर्शित किये गए है। महोत्सव में कालानमक चावल के बने व्यंजन जैसे खीर, पुलाव, जीरा राइस, दाल, सब्जी, चावल-छोला, पोहा, खिचड़ी, फरा, इडली आदि के बारे में लोगों बताया जाएगा।
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सांस्कृतिक कार्यक्रम
काला नमक चावल महोत्सव में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे है । उसमें स्थानीय कलाकारों एवं छात्रों को अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करनें का मौका मिलेगा । काला नमक चावल बुद्ध के महाप्रसाद के रूप में प्रतिष्ठित बताया जाता है। भौगौलिक सम्पदा घोषित कालानमक अकेले सिद्धार्थनगर ही नहीं बल्कि जनपदों गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, बस्ती, बहराइच, बलरामपुर, गोंडा और श्रावस्ती में भी पाया जाता है। कुछ महीने पहले ही केंद्र सरकार ने खेतीबाड़ी के संबन्ध में ओडीओपी की जो सूची जारी की थी। उसमें सिद्धार्थनगर के साथ ही बाकी जिलों को भी शामिल किया गया है। सरकार की मंशा खेती से जूड़े जो भी उत्पाद ओडीओपी में शामिल है। उनके लिए ऐसा महोत्सवो का आयोजित किया जाए। उससे उन्हों के उत्पाद ब्रांड के रूप में बजार में स्थापित हो सके ।