लखनऊ : यूपी में फर्जी नाम से शिक्षक पद पर नौकरी करने के मामले पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। अनामिका प्रकरण (Anamika Shukla Case) में पुलिस ने फर्ज़ीवाड़े के मास्टरमाइंड के भाई को गिरफ्तार किया है, जो खुद भी एक शिक्षक है। हैरानी की बात ये है कि मास्टरमाइंड का भाई भी फ़र्ज़ी नाम से शिक्षक पद पर नौकरी कर रहा था। आरोपी की गिरफ़्तारी से जहाँ इस बात का खुलासा हुआ है कि अनामिका शुक्ला के अलावा भी फर्जी नाम से शिक्षक पद पर नौकरी करने वाले कई अन्य है, वहीं जल्द ही इस पुरे रैकेट का पर्दाफाश होने की भी उम्मीद व्यक्त की जा रही है।
Anamika Shukla Case : मास्टरमाइंड की गिरफ़्तारी का रास्ता साफ़
दरअसल कासगंज पुलिस ने फर्ज़ीवाड़े के मास्टरमाइंड के भाई को गिरफ्तार किया है, जो खुद भी एक शिक्षक है। पुलिस के मुताबिक मास्टरमाइंड का भाई भी फ़र्ज़ी नाम से शिक्षक पद पर नौकरी कर रहा था। पुलिस के पास अब तक मास्टरमाइंड को लेकर कोई पुख्ता जानकारी नहीं थी। पुलिस के पास न तो मास्टरमाइंड का असली नाम था और न ही कोई तस्वीर, बावजूद इसके पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी थी।
पुलिस पूछताछ में चौकाने वाले खुलासे
वहीं अब जबकि मास्टरमाइंड का भाई गिरफ्तार हो चूका है, तो पुलिस को मास्टरमाइंड के असली नाम का भी पता लगा है। पुलिस पूछताछ में मास्टरमाइंड के भाई जसवंत ने खुलासा किया है कि उसके भाई का नाम पु्ष्पेंद्र है और फर्जीवाड़े के तार बेसिक शिक्षा विभाग तक जुड़े हुए हैं। पुलिस जांच में जसवंत के दस्तावेज भी फ़र्ज़ी पाए गए हैं, जिसके आधार पर वो शिक्षक की नौकरी कर रहा है। पुलिस ने आरोपी जसवंत के खिलाफ मामला दर्ज़ कर लिया है और मास्टरमाइंड की तलाश में जुट गई है।
मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी के बाद कई लोगों पर गिर सकती है गाज
दरअसल इस पुरे मामले का खुलासा तब हुआ था, जब अनामिका शुक्ला के डाक्यूमेंट्स के सहारे फर्जीवाड़ा कर 9 जगहों पर एक साथ अलग-अलग महिलाओं द्वारा शिक्षक की नौकरी किये जाने का खुलासा हुआ। इस मामले में पुलिस को मास्टरमाइंड की तलाश थी, लेकिन पुलिस के पास न तो मास्टरमाइंड का असली नाम था और न ही कोई तस्वीर। लेकिन अब जबकि मास्टरमाइंड का भाई गिरफ्तार हो चूका है तो मुख्य आरोपी की गिरफ़्तारी का भी रास्ता साफ़ हो गया है। अब देखना ये है कि मास्टरमाइंड कब पुलिस के हत्थे चढ़ता है।