रामपुर में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हुई हिंसा में पुलिस ने 110 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है इसमें सपा सांसद आजम खां के कई करीबी भी शामिल हैं. हिंसा में उपद्रवियों ने थाना प्रभारी की जीप समेत पुलिस के छह वाहनों को फूंक दिया था, जबकि उपद्रवियों की ओर से की गई फायरिंग में एक युवक की गोली लगने से मौत भी हुई थी। तब से पुलिस आरोपियों पर लगातार शिकंजा कस रही है। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुए बवाल में पुलिस ने 2 अलग अलग मुकदमों में कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किये आपको बता दें कि 21 दिसंबर को रामपुर में नागरिकता कानून के विरोध में बवाल हुआ था जिसमे एक युवक की मौत हो गई थी। इस मामले में शहर कोतवाली पुलिस ने 58 और गंज कोतवाली पुलिस ने 52 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। 28 व्यक्तियों को नोटिस जारी करके उन्हें अपनी स्थिति समझाने या सार्वजनिक एवं निजी संपत्ति को हुए नुकसान के लिए भुगतान करने को कहा है ।
नोटिस में इन 28 लोगों को हिंसा और सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान का जिम्मेदार बताया गया है. अधिकारियों ने बताया कि पुलिस और जिला प्रशासन ने पूरे जिले में लगभग 25 लाख रुपये के नुकसान का आकलन करने के बाद मंगलवार को नोटिस जारी किए थे. पुलिस ने शुरू में कहा था कि लगभग 15 लाख रुपये का नुकसान हुआ है लेकिन अंतिम आकलन में यह आंकड़ा 25 लाख रुपये पहुंच गया।
जिलाधिकारी ऑन्जनेय सिंह ने पीटीआई भाषा से कहा, ‘28 लोगों को नोटिस जारी किए गए हैं जिनकी पहचान विरोध प्रदर्शनों के दौरान हिंसा के लिए की गई है. उन्हें जवाब देने के लिए सात दिन का समय दिया गया है कि उनके खिलाफ क्यों कार्रवाई न की जाए. इसमें असफल रहने पर सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए उनसे धनराशि वसूलने की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
अधिकारियों के अनुसार, संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान शनिवार को यहां 22 वर्ष के एक व्यक्ति की गोली लगने से मौत हो गई थी. कई स्थानीय व्यक्ति और पुलिसकर्मी घायल हो गए थे और पुलिस की एक मोटरसाइकिल सहित छह वाहनों को आग लगा दी गई थी. पुलिस ने बताया कि रामपुर में हिंसा के सिलसिले में अभी तक 33 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 150 से अधिक की पहचान की गई है ।
नागरिकता कानून के विरोध में हुए प्रदर्शन के दौरान उत्तर प्रदेश में 18 लोगों की मौत हुई थी. रामपुर में एक व्यक्ति की मौत हुई थी. इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चेतावनी दी थी कि सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, उनसे बदला लिया जाएगा. इंडियन एक्सप्रेस द्वारा प्राप्त किए गए एक नोटिस में जिला प्रशासन द्वारा 14.86 लाख रुपये की संपत्ति के नुकसान की बात कही गई है. इनमें भोट पुलिस थाने की पुलिस जीप 7,50,000 रुपये), सब इंस्पेक्टर की मोटरसाइकिल (65,000 रुपये), कोतवाली पुलिस थाने की मोटरसाइकिल (90,000 रुपये), वायरलेस सेट, हूटर/लाउडस्पीकर, 10 डंडे, तीन हेलमेट और तीन बॉडी प्रोटेक्टर शामिल हैं।