नई दिल्ली : प्रयागराज में मौनी अमावस्य़ा पर आई प्रियंका गांधी वाड्रा ने कर्मकांड का भी नया अध्याय लिख दिया है। नेहरू गांधी परिवार के पुश्तैनी पुरोहितो को पूजा का मौका ही नही दिया।
प्रयागराज मेला की तरफ से उपलब्ध कराए गए परोहितो से ही पूजन करवा लिया । इस कारण गांधी नेहरू परिवार के पुश्तनी तीर्थ पुरोहित नारजा होगे।उन्होंने प्रियंका पर परानी परंपराऔं की अनदेखी की जाने काआरोप लगा दिया।
रक्तदान करने वाले रिंकू शर्मा को खून के बदले पीठ में चाकू घोंपा
पुरोहितों का अधिकार
बता दें कि मौनी अमावस्य़ा पर पुरोहिती का अधिकार कश्मीर की पंडितों का बनता है। स्व. किशन लाल और चुन्नी लाल ने कर्मकांड का काम मोती लाल नेहरू, प्रधानमंत्री पं जवारलाल नेहर, इंदिरा गांधी का संगम पर अस्थियो का विसर्जन कराने का कार्य किया था। मौजूदा समय मे नंदलाल शर्मा ,मदन लाल शर्मा,मनोहरलाल तथा पौत्र गौपाल शर्मा इस कार्य को कर रहै है। राजीव गांधी की मृत्यु होने पर उनकी अस्थि कलश विसर्जन का कार्य सोनिया, राहुल और प्रियंका ने हमसे ही करवाया था।लेकिन प्रियंका ने ना ही कोई सूचना दी। लगता है कि उन्हों का दौरा राजनितिक था ना की धार्मिक।