सुप्रीम फैसले के बाद अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर का कुछ ऐसा होगा सवरूप !
नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने दशकों पुराने मामले का अंत कर दिया है। जी हाँ, 9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले पर फैसला सुनाते हुए विवादित जमीन पर राम मंदिर बनाने का आदेश जारी कर दिया है, साथ ही अयोध्या में ही मुस्लिमों के लिए मस्जिद निर्माण के लिए 5 एकड़ जमीन देने का निर्देश सरकार को दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाने का निर्देश दिया है, जो राम मंदिर निर्माण का काम करेगी। ट्रस्ट गठन के बाद मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा। एक अनुमान के मुताबिक भव्य राम मंदिर के निर्माण में 100 करोड़ रूपये खर्च होंगे, साथ ही करीब 3 सालों का समय लगेगा। बहरहाल, सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले ही मंदिर का ड्राफ्ट तैयार है, जिसके मुताबिक ही मंदिर का निर्माण कार्य होने का अनुमान है। आईये जानते हैं कि तैयार ड्राफ्ट के अनुसार अयोध्या में राम मंदिर का स्वरुप कैसा होगा :
दो मंजिल का राम मंदिर !
जिस राम मंदिर का स्वप्न देखा गया है, वह दो मंजिल का होगा। प्रथम मंजिल की ऊंचाई 18 फीट एवं दूसरी मंजिल की ऊंचाई 15 फीट नौ इंच होगी। बीते 28 वर्षों से राजस्थान, गुजरात, मिर्जापुर व देश के अन्य हिस्सों से आए कारीगर कार्यशाला में करीब एक लाख घनफुट पत्थरों की तराशी का कार्य पूरा कर चुके हैं। विहिप के प्रस्तावित मंदिर मॉडल के भूतल के पत्थरों की तराशी का कार्य हो चुका है। रामजन्मभूमि के पार्श्व में प्रवाहित उत्तरावाहिनी मां सरयू, आग्नेय कोण पर विराजमान हनुमानजी, अयोध्यावासी और श्रद्धावनत साधक अब जल्द अपने रामलला को ऐसे भव्य भवन में विराजमान होते देखेंगे, जिसकी कामना पांच सदी से होती रही।
अयोध्या में मंदिर निर्माण का रास्ता साफ़
बहरहाल, अब देखना ये है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण प्रस्तावित ड्राफ्ट के अनुसार ही होता है, या सरकार द्वारा प्रस्तावित ट्रस्ट मंदिर निर्माण का कोई नया ड्राफ्ट तैयार करती है ? लेकिन सुप्रीम फैसले ने अब अयोध्या में मंदिर निर्माण का रास्ता साफ़ कर दिया है, साथ ही अयोध्या में ही मस्जिद निर्माण का निर्देश जारी कर देश में गंगा-जमुनी तहजीब को आगे बढ़ाने का काम किया है। सुप्रीम फैसले पर जिस तरह से हिन्दू संगठनों के साथ-साथ मुस्लिम संगठनों ने सहमति जताई है, वो काबिलेतारीफ है। अब सबको इंतज़ार है अयोध्या में भव्य राम मंदिर के तैयार होने की, जिसके बाद अयोध्या एक बड़े धार्मिक स्थल के तौर पर अपनी पहचान बना पाने में कामयाब होगा, साथ ही यहाँ के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, जिसका लाभ समाज के सभी वर्गों को मिलेगा।