नई दिल्ली: Amitabh Thakur गृह मंत्रालय की स्क्रीनिंग में उत्तर प्रदेश के चर्चित IPS अमिताभ ठाकुर सहित 3 आईपीएस अफसरों को सरकारी सेवा के लिए अनुपयुक्त पाया गया है। अमिताभ ठाकुर पर तमाम मामलों में जांच लंबित हैं। वहीं राजेश कृष्ण सेनानायक, 10वीं बटालियन, बाराबंकी पर आज़मगढ़ में पुलिस भर्ती में घोटाले का आरोप रहा है। इनके अलावा राकेश शंकर डीआईजी स्थापना पर देवरिया शेल्टर होम प्रकरण में संदिग्ध भूमिका का आरोप था। तीनों आईपीएस पर गम्भीर अनियमित्ता के भी आरोप थे।
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Amitabh Thakur: विशेष प्रविधानों का इस्तेमाल
बताया जारा है की अधिकारी अमिताभ ठाकुर को केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार के रिपोर्ट कार्ड पर समय पूर्व सेवानिवृत्त कर दिया है। केंद्र ने विशेष प्रविधानों का इस्तेमाल करते हुए उनके तथा दो अन्य आइपीएस अफसरों के खिलाफ यह कार्रवाई की है। आपको बता दें अखिल भारतीय पुलिस सेवा से जबरिया रिटायर किए गए थे। उत्तर प्रदेश में आईजी रूल्स एंड मैन्युअल के पद पर कार्यरत अमिताभ ठाकुर को आइपीएस अफसर सेवानिवृत्ति दी गई।
अमिताभ ठाकुर, आईपीएस (जबरिया रिटायर्ड) pic.twitter.com/54gfQTrjeY
— Amitabh Thakur (Azad Adhikar Sena) (@Amitabhthakur) March 25, 2021
ट्वीट कर दी जानकारी
अमिताभ ठाकुर को लोकहित में सेवा में बनाये रखे जाने के उपयुक्त न पाते हुए लोकहित में तात्कालिक प्रभाव से सेवा पूर्ण होने से पूर्व सेवानिवृत किये जाने का निर्णय लिया गया है। इसके बाद अमिताभ ठाकुर ने एक ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि मुझे अभी-अभी वीआरएस आदेश प्राप्त हुआ। सरकार को अब मेरी सेवाएं नहीं चाहिये। जय हिन्द।
सेवा में बनाए रखे जाने के उपयुक्त नही
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी के आदेश के अनुसार गृह मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली के 17 मार्च 2021 के आदेश द्वारा अमिताभ ठाकुर, आईपीएस, आरआर-1992 को लोकहित में सेवा में बनाए रखे जाने के उपयुक्त न पाते हुए अखिल भारतीय सेवाएं नियमावली-1958 के नियम-16 के उपनियम 3 के तहत लोकहित में तत्काल प्रभाव से सेवा पूर्ण होने से पहले सेवानिवृत्त किए जाने का निर्णय लिया गया है।