लखनऊ- राम की नगरी अयोध्या में इस बार दिवाली बेहद खास होगी। पूरे शहर में करीब 5 लाख दीप जलाकर एक नया विश्व रिकाॅर्ड बनाने की तैयारी है। इसके चलते अयोध्या में तैयारी जोरशोरों से की जा रही हैं। इसके साथ ही 24 से 26 अक्टूबर तक तीन दिन में एक हजार से ज्यादा कार्यक्रम होंगे। वहीं आज धनतेरस के मौके पर भी बहुत सरे दीप और आयोजन होंगे। सबसे खास कार्यक्रम होगा, पांच देशों की रामलीला।
माॅरीशस, थाईलैंड, इंडोनेशिया, सूरीनाम, नेपाल की रामलीला मंडलियों के कलाकार अपने देश की शैली में रामलीला का मंचन करेंगे। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में थाईलैंड के महाराजा वजीरालोंगकान मौजूद रहेंगे। देशभर के नामी चित्रकार अयोध्या को राममय करने के लिए त्रेता युग के प्रसंगों को दीवारों और बिल्डिंगों पर चित्रकारी करेंगे। राम प्रसंगों को रामलीला, भजन व नृत्य नाटिकाओं के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा।
दीपोत्सव पर्व को आकर्षक बनाने के लिए इस साल गुप्तार घाट से लेकर भरतकुंड़ तक 12 स्थानों पर रामलीला, भजन, नृत्य नाटिकाओं के मंचन के अलावा अन्य कई कार्यक्रमों का आयोजन होगा। कई स्थलों को मेले की तर्ज पर सजाया जा रहा है। पिछले साल दीपोत्सव का कार्यक्रम राम की पैड़ी पर फोकस करके आयोजित किया गया था, लेकिन इस बार पूरे अयोध्या शहर में होगा।
गुप्तार घाट से लेकर 12 किमी दूर भरतजी की तपस्थली नंदीग्राम तक आयोजन किया जाएगा। रामकथा पार्क में दो मंच बनाए गए हैं। ऊपर राम दरबार लगेगा और नीचे सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। विदेशी रामलीला शहर के अलग-अलग हिस्सों में मंचित होगी। अयोध्या शोध संस्थान के निदेशक डाॅ. वाईपी सिंह के मुताबिक इस साल दीपोत्सव पर्व में देशभर से 35 सांस्कृतिक दलाें को बुलाया जा रहा है।
अयोध्या महानगर इलाके में तीन दिनों तक घर-घर दीप जलाने के लिए लोगों से अपील भी की जाएगी। 32 बड़ी झांकियां और 12 जगहों पर होने वाले कार्यक्रम भी राम कथा पर आधारित होंगे। कमिश्नर मनोज मिश्र ने कहा कि तीन दिन के इस आयोजन में इस बार दो नए विश्व रिकॉर्ड भी बनेंगे। रामजी के लिए अयोध्या नगरी पूरी तरह सज कर तैयार हो रही हैं। इस तैयारी को लेकर श्रद्धालु बहुत खुश हैं वहीं उन्होंने ये भी कहा कि अब हम लोग आयोध्या की सुनवाई के बाद ही जायेंगे।