DGP की रेस में सात IPS, नए DGP की नियुक्ति से पहले ही बढ़ा विवाद
नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में नए डीजीपी (DGP) की नियुक्ति से पहले ही अधिकारियों के भीतर घमासान मचा हुआ है , मामले में डीजी नागरिक सुरक्षा जवाहरलाल त्रिपाठी की तरफ से दाखिल याचिका पर आज हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच सुनवाई करेगी, आपको बता दें कि यूपी के मौजूदा डीजीपी ओम प्रकाश सिंह 31 जनवरी को सेवानिवृत हो रहे हैं, उनकी जगह पर नया मुखिया चुनने की प्रक्रिया योगी सरकार ने शुरू कर दी है।
DGP के लिए भेजे गए सात नाम
बता दें लेकिन इसी बीच 1986 बैच के आइपीएस अधिकारी जवाहर लाल त्रिपाठी ने नए डीजीपी के चयन को लेकर संघ लोक सेवा आयोग को भेजे गए नामों में वरिष्ठता सूची का सवाल उठाया है, उन्होने इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में एक याचिका दाखिल कर आरोप लगाया कि नये पुलिस महानिदेशक के लिए उन अफसरों के नाम भेजे गए हैं जो उनसे जूनियर हैं, जवाहर लाल त्रिपाठी प्रदेश में कार्यरत वरिष्ठतम आइपीएस अफसरों में तीसरे स्थान पर हैं, इसके बाद भी उनका नाम संघ लोक सेवा आयोग को भेजी गई सूची में नहीं है, आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने सात सीनियर आईपीएस अफसरों की एक लिस्ट केंद्र सरकार को भेजी है, सरकार ने केंद्र को जिन 7 लोगों की लिस्ट भेजी है, उनका कार्यकाल डेढ़ वर्ष या उससे अधिक बचा है।
- यूपी में नए DGP की नियुक्ति से पहले ही बढ़ा विवाद
- DGP के लिए वरिष्ठता सूची के मामले पर सुनवाई आज