कानपुर : देश मे कोरोना महामारी (Coronavirus Pandemic? का सबसे ज्यादा असर श्रमिक (Migrant Workers) व उनके परिवारों पर पड़ा है। अलग-अलग राज्यों में रहकर मजदूरी करने वाले मजदूरों को लॉकडाउन (India Lockdown) की वजह से बड़ी संख्या में पलायन करना पड़ा, जिसके बाद अब इनके सामने रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है।वहीं प्रवासी मजदूरों के बच्चे पैसे के आभाव में शिक्षा से वंचित न हो, इसके लिए योगी सरकार ने ‘मिशन प्रेरणा’ योजना (Mission Prerna Scheme) की शुरुआत की है, जिससे मजदूरों के बच्चों को मुफ्त शिक्षा उपलब्ध करवाई जाएगी।
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में भी अलग-अलग राज्यों से मजदूरों (Labours) की वापसी हुई, जिसके जिसके बाद केंद्र व राज्य की योगी सरकार (Yogi Government) ने श्रमिकों के लिए कई लाभकारी योजनाएं (Welfare Scheme) चलाते हुए उन्हें रोजी-रोटी की व्यवस्था के साथ रोजगार की व्यवस्था के लिए भी कई कदम उठाए हैं। इसी कड़ी में अब सरकार द्वारा श्रमिकों के बच्चों को मुफ्त शिक्षा (Free Education) देने के लिए योजना चलाई गई है। सरकार द्वारा शुरू किये गए ‘मिशन प्रेरणा’ योजना के तहत सभी बच्चों का स्कूलों में दाखिला कराया जाएगा और उन्हें बेहतर शिक्षा दी जाएगी।
Mission Prerna Scheme : योगी सरकार ने शिक्षा विभाग को जारी किये निर्देश
जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग (Education Department) के अधिकारी इन दिनों सरकार के द्वारा चलाई जा रही मिशन प्रेरणा योजना के तहत प्रवासी मजदूरों के घर-घर जाकर उनके पूरी डिटेल एकत्र कर रहे हैं। दरअसल सरकार ने श्रमिकों के बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए मिशन प्रेरणा योजना की शुरुआत की है, जिसमें हर बच्चे को शिक्षित किया जाएगा। इस योजना को धरातल पर लाने के लिए सरकार ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को यह निर्देश दिए हैं कि वह गांव-गांव जाकर हर एक बच्चे की पूरी जानकारी लेने के साथ ही उसे मुफ्त में बेहतर शिक्षा देने का जिम्मा उठाये।
इसी क्रम में आज शिक्षा विभाग की टीम कानपुर देहात (Kanpur Dehat) के अकबरपुर तहसील क्षेत्र में गई, जहां के 7 गांवों में घूम-घूम कर प्रवासी मजदूरों का पूरा डिटेल नोट किया। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने प्रवासी मजदूरों से कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना के तहत उनके बच्चों के पास या अभिभावकों के पास यदि कोई आधार कार्ड नहीं है तो भी बिना किसी शर्त के उनके बच्चे को योजना के तहत मुफ्त व बेहतर शिक्षा दी जाएगी।
सरकार के इस कदम से मजदूरों के चेहरे पर दिखी रौनक
वही शिक्षा अधिकारियों की बात सुनने के बाद श्रमिकों को जैसे संजीवनी बूटी ही मिल गई हो। सरकार ने न सिर्फ श्रमिकों के रोजी-रोटी की व्यवस्था की साथ ही उनके बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए जो योजना चलाई है, उसके लिए लगातार श्रमिक सरकार का धन्यवाद अदा कर रहे हैं और सरकार के इस कदम की प्रशंसा कर रहे हैं।
साफ है कि कोरोनावायरस में सरकार का जो वादा है कि वह किसी गरीब को ना तो भूखा रहने देगी ना ही उनके बच्चों को अशिक्षित होने देगी, उसको लेकर सरकार लगातार योजना चलाकर उस वर्ग को मजबूत करने का प्रयास कर रही है, जिस पर लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर हुआ है।