उत्तर प्रदेश: अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण की प्रतीक्षा अब समाप्त हो गई है, श्रीराम जन्मभूमि पर नींव की खोदाई के साथ ही रामलला का भव्य और दिव्य मंदिर निर्माण आरंभ हो गया है. जन्मभूमि के नीचे की मिट्टी की जांच, भूमि के समतलीकरण और नींव की डिजाइन पर चर्चा की खबरें लगातार आ रही थी, लेकिन अब वहां नींव की खोदाई शुरू हो गई है। इसके साथ राममंदिर निर्माण की तिथि को लेकर लग रही अटकलों पर विराम लग गया। ये भी पढ़ें-यूपी के महोबा में ‘गैंगरेप के बाद लड़की को फांसी पर लटकाया
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव ने बताया कि फरवरी से पत्थरों को लगाने का कार्य भी प्रारंभ हो जाएगा साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि श्रीराम जन्मभूमि की सतह के नीचे की मिट्टी की जांच तीन बार कराई गई ताकि कोई चूक न होने पाए। विशेषज्ञों ने गंभीर मंथन के बाद नींव की श्रेष्ठतम डिजाइन तैयार की है। इस पर ट्रस्ट ने मुहर लगा दी है। अब इसी के अनुरूप नींव की खोदाई प्रारंभ हो गई है।ये भी पढ़ें-बंगाल चुनाव : ममता बनर्जी का ऐलान, शुभेंदु अधिकारी के गढ़ नंदीग्राम से लड़ेंगी चुनाव
श्रीराम मंदिर जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने स्पष्ट किया कि फरवरी से 39 माह की अवधि में मंदिर का निर्माण पूरा किए जाने का लक्ष्य है। 39 माह में मंदिर निर्माण पूर्ण होने का लक्ष्य गत वर्ष पांच अगस्त से तय किया गया था, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के लिए भूमि पूजन किया था। Tandav पर बवाल: Webseries Tandav के खिलाफ उत्तरप्रदेश में दर्ज हुई FIR.
आपको बता दें, नौ नवंबर, 2019 को सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद पांच अगस्त, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन किया था, जिसके बाद से लगातार निर्माण की तारीख को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं। जागरण ने पहले ही बताया था कि मकर संक्रांति के आसपास मंदिर निर्माण शुरू हो सकता है।ये भी पढ़ें-पाकिस्तान में उठी अलग सिंधु देश की मांग, मोदी से मांगा सहयोग
तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को अब तक 100 करोड़ रुपये का दान मिला है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि दान को लेकर डाटा अभी मुख्यालयों तक नहीं पहुंचा है, लेकिन कार्यकर्ताओं से रिपोर्ट मिली है कि इस पवित्र कार्य के लिए 100 करोड़ रुपये जुटा लिए गए हैं। ये भी पढ़ें-सिराज ने गेंदबाजी से क्रिकेट में रचा इतिहास, जन्नत में अब्बा को भी होगा गर्व