Ram Mandir Trust : मंदिर निर्माण के लिए मिला पहला चंदा
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए संसद में श्रीराम जन्मभूमि (Shri Ram janmabhoomi) तीर्थ क्षेत्र (Ram Mandir Trust) ट्रस्ट का ऐलान कर दिया, इस ट्रस्ट में 15 सदस्य होंगे, इनमें 9 स्थायी और 6 नामित सदस्य होंगे, गठन के बाद ट्रस्ट को केंद्र सरकार की तरफ से 1 रुपये का नकद दान भी मिला, ये ट्रस्ट को मिला पहला दान बताया जा रहा है, ये दान इसलिए दिया गया ताकि ट्रस्ट अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण की दिशा में काम शुरू कर सके।
Ram Mandir Trust को मोदी सरकार ने दिया पहला चंदा
बताया जा रहा है कि ट्रस्ट Ram Mandir Trust अचल संपत्ति समेत बिना किसी शर्त के किसी भी व्यक्ति से किसी भी रूप में दान, अनुदान, अंशदान, योगदान ले सकता है शुरुआत में तो ट्रस्ट वरिष्ठ वकील के. परासरण के आवास से कार्य करेगा, लेकिन बाद में इसका स्थायी कार्यालय खोला जाएगा, इस ट्रस्ट के पास राम मंदिर निर्माण और इससे जुड़े विषयों पर स्वतंत्र रूप से फैसले करने के अधिकार होंगे, ट्रस्ट का पंजीकृत कार्यालय दिल्ली में होगा।
- राम मंदिर ट्रस्ट को मिला पहला चंदा
- केंद्र सरकार ने नकद में दिया एक रुपया
- भव्य राम मंदिर के निर्माण का काम शुरू करने के लिए मिला चंदा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) निर्माण को लेकर ट्रस्ट बनाने का ऐलान के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने बताया कि इस ट्रस्ट में 15 ट्रस्टी होंगे जिसमें एक दलित समाज का सदस्य होगा, इसके कुछ वक्त बाद ट्रस्ट से जुड़े 15 सदस्यों के बारे में जानकारी सामने आई।
नौ स्थायी, एक दलित समेत सभी 15 सदस्यों का हिंदू होना अनिवार्य
Ram Mandir अयोध्या विवाद में हिंदू पक्ष के मुख्य वकील रहे 92 वर्षीय के परासरन को राम मंदिर ट्रस्ट में ट्रस्टी बनाया गया है, परासरन के अलावा इस ट्रस्ट में एक शंकराचार्य समेत पांच सदस्य धर्मगुरु ट्रस्ट में शामिल हैं, साथ ही अयोध्या के पूर्व शाही परिवार के राजा विमलेंद्र प्रताप मिश्रा, अयोध्या के ही होम्योपैथी डॉक्टर अनिल मिश्रा और कलेक्टर को ट्रस्टी बनाया गया है, पहले जानकारी सामने आई थी कि चार शंकराचार्यों को इस ट्रस्ट में शामिल किया जाएगा, लेकिन सरकार ने ट्रस्ट में सिर्फ प्रयागराज के ज्योतिष पीठाधीश्वर स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज को शामिल किया गया है