अयोध्या में बन रहे राम मंदिर (Ram mandir) की जमीन खरीद में घोटालों के आरोपों को लेकर ट्रस्ट घिर चुका है. अब श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इस पूरे विवाद पर केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेजी है. सभी आरोपों को ट्रस्ट ने विपक्षी पार्टियों की साजिश बताया है.
ट्रस्ट की ओर से केंद्र सरकार के अलावा भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को भी रिपोर्ट भेजी गई है. जिसमें जमीन खरीद के बारे में सभी जानकारी दी गई है. रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे जमीन के दो अलग अलग दाम हैं.
राम मंदिर जमीन खरीद पर उठे सवाल, सीएम योगी ने मांगी रिपोर्ट
ट्रस्ट ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जमीन घोटाले में भारतीय जनता पार्टी के विरोधी जानबुझकर ये आरोप लगा रहे हैं. बता दें कि विपक्ष ने आरोप लगाया है कि जिस जमीन का दाम 2 करोड़ था उसे ट्रस्ट ने 18 करोड़ में खरीदा है.
श्री अयोध्या धाम स्थित बाग बिजेसी क्षेत्र में श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास द्वारा क्रय की गई भूमि से सम्बंधित महत्वपूर्ण तथ्य pic.twitter.com/2ioB2lh5Em
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) June 15, 2021
ट्रस्ट ने जमीन खरीद को लेकर जारी किए फैक्ट
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा जमीन खरीद को लेकर कुछ फैक्ट जारी किए गए हैं. इनमें दावा किया गया कि जो जमीन ली गई है, वो प्राइम लोकेशन पर है इसलिए उसके दाम अधिक हैं. जितनी जमीन की खरीद हुई है, उसका दाम 1423 प्रति स्क्वायर फीट है. इस डील को लेकर दस साल से बात चल रही थी, जिसमें नौ लोग शामिल थे.
Facts about land purchase deal done by Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra Trust in Bagh Bijaisi, Ayodhya. pic.twitter.com/NROXgDqCFW
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ट्रस्ट ने दी सफाई
जब से जमीन खरीद में घोटाले के आरोप लगे हैं, तभी से ट्रस्ट सभी के निशाने पर है. जिसके बाद ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अपना बयान जारी कर इन आरोपों का खंडन किया है. ट्रस्ट द्वारा कहा गया है कि जो आरोप लगे हैं वो राजनीतिक हैं. जिनसे जमीन खरीदी गई है, उनसे काफी पहले पहले की डीलिंग हुई है, क्योंकि अभी जमीनों के दाम ज्यादा हैं, ऐसे में इतने दाम में ये ली गई है. ट्रस्ट का दावा है कि अभी भी मार्केट रेट से कम दाम पर खरीद हुई है.