नोएडा : दिल्ली से सटे नोएडा एक्सटेंशन में समस्याओं का अंत होने का नाम नहीं ले रहा है और बॉयर्स परेशान हैं। उनको कहीं भी उम्मीद नहीं मिल रही है कि कब उनको राहत मिल पाएगी। एक तरफ वह फ्लैट बॉयर्स हैं, जिनको पोजीशन मिल नहीं रहा हैम वहीँ दूसरी तरफ वो बॉयर्स हैं, जिनको पोजीशन मिल गया है, लेकिन वह बिल्डर की गलत नीतियों के कारण परेशान हैं। कभी उनको मूलभूत सुविधाओं के नाम पर परेशान किया जाता है तो कभी उनको बिजली कनेक्शन के नाम पर परेशान किया जाता है। कभी उनसे इलीगल चार्ज मांगा जाता है। ऐसे में सवाल ये है कि बॉयर्स कहां जाए और किससे फरियाद करें ?
आज ग्रेटर नोएडा वेस्ट सेक्टर 16 बी में अजनारा होम्स के फ्लैट बायर्स ने एक मीटिंग रखी जिसमें नेफोमा फ्लैट बायर्स एसोसिएशन की टीम को बुलाया गया और उसने उनके साथ एक लंबी चर्चा की गई कि किस तरह जो बिल्डर अजनारा होम्स के फ्लैट निवासियों से बिजली के नाम पर अवैध वसूली कर रहा है। अजनारा होम्स के निवासियों ने आरोप लगाते हुए बताया कि हमारा बिल्डर प्रीपेड मीटर में से बिजली और मेंटीनेंस चार्ज को काट रहा है और कई फ्लैट निवासी का यह आरोप था कि वह गलत तरीके से हम से बिजली का बिल वसूल रहा है। जबकि कई निवासियों ने यह बताया कि हमारा अभी मेंटेनेंस चार्ज चालू ही नहीं हो सकता क्योंकि हमने 2 साल से पैसे उनको एडवांस दिए हुए हैं और उसने गलत तरीके से हमारा मेंटेनेंस चार्ज प्रीपेड मीटर से काटना स्टार्ट कर दिया है। जबकि पहले से ही हमारा पैसा बिल्डर के पास जमा है।
नेफोमा अध्यक्ष खान ने बताया कि जो बिल्डर गलत कर रहा है उसके खिलाफ एनपीसीएल सख्त से सख्त कार्रवाई करेगा, क्योंकि 20 अगस्त को एनपीसीएल ने आर्डर जारी कराया। नेफोमा और एनपीसीएल मीटिंग के बाद में जो एक आर्डर है, उस आर्डर को मानना पड़ेगा सभी बिल्डरों को और जो नहीं मानेगा उस पर पुलिस कार्रवाई कर सकती है। उस पर एफआईआर दर्ज हो सकती है, क्योंकि यह यूपीआरसी का एक नियम है। उसके हिसाब से कोई बिल्डर बिजली मीटर से अतिरिक्त चार्ज नहीं काट सकता है। नेफोमा महासचिव रश्मि पांडेय ने कहा कि हम इसकी शिकायत एनपीसीएल के अधिकारियों से करेंगे और उसके बाद आगे की कार्रवाई करवाई जाएगी और बिल्डर से भी बात करेंगे कि बिल्डर मेंटेनेंस चार्ज और बिजली के चार्ज अलग-अलग ले और एक साथ नहीं ले सकता जो कि बिल्कुल अवैध है और यूपीआरसी के नियम के विरुद्ध विरुद्ध है।
अजनारा होम्स के फ्लैट निवासी मुकुल पदालिया बताया कि इससे पहले भी कई बार बिल्डर को अवगत कराया गया। उससे मीटिंग करने की कोशिश करी गई। अभी कुछ दिन पहले ही बिल्डर से बात करने के लिए यहां पर सोसाइटी में बिल्डर आया। अभी जब निवासियों ने बोलना स्टार्ट ही किया तो उसके बाद मीटिंग को छोड़कर बिल्डर चला गया और बात नहीं हो पाई। तो यह साफ दर्शाता है कि कितना बड़ा घोटाला है, जिसके कारण बिल्डर बात नहीं करना चाहते हैं और वह मीटर से चार्जेस काट रहे हैं। फ्लैट निवासियों ने नेफोमा से आज से गुहार लगाई कि मीटर और मेंटेनेंस के चार्जर अलग-अलग हमसे लिए जाएं और जिन फ्लैट खरीददार की रजिस्ट्री जब से हुई है तब से बिल्डर मेंटेनेंस चार्ज वसूल करें।