SSP Noida के Viral Video प्रकरण में CCTV फुटेज से आया नया मोड़
नोएडा : एसएसपी नोएडा वैभव कृष्णा के वायरल वीडियो (SSP Noida Viral Video) का प्रकरण थमने का नाम नहीं ले रहा है। गौरतलब है कि वायरल वीडियो को लेकर एसएसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस (Press Conference of SSP Noida) की थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्होंने कुछ आईपीएस अधिकारियों (IPS Officers) से जुड़ी गोपनीय फाइल शासन को भेजी थी, जिसके बाद साजिश के तहत उन्हें झूठे मामले में फंसा कर उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश की जा रही है।
SSP Noida प्रकरण में जांच टीम गठित
वहीँ इस मामले पर बवाल बढ़ता देख यूपी के डीजीपी ओपी सिंह (UP DGP O. P. SINGH) ने मामले की जांच मेरठ के एडीजी (ADG Meerut Zone) को सौंपी थी, जिसके बाद एडीजी जोन मेरठ के आदेश पर एसपी सिटी मेरठ (SP City Meerut) इस मामले की तहकीकात में जुटे हुए हैं। वहीं इस पूरे मामले की तहकीकात के लिए एक जांच टीम भी बना दी गई है।
पुरे मामले में कई पुलिसकर्मी जांच के घेरे में
मिली जानकारी के मुताबिक एसएसपी सहित जनपद गौतमबुद्ध नगर में तैनात कई पुलिसकर्मी भी जांच के घेरे में है, जिसमें तीन थानों के थाना प्रभारी भी शामिल है। इस मामले में एसपी सिटी मेरठ ने पुलिस अधिकारियों को बयान दर्ज करने के लिए बुलाया है। जानकारी के मुताबिक मेरठ के एक पत्रकार को इसी प्रकरण में गिरफ्तार करने के लिए नोएडा की एक पुलिस टीम पहुंची थी। हालांकि पुलिस टीम को बैरंग ही वापस लौटना पड़ा, लेकिन इस पूरे मामले को लेकर पत्रकार ने पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज करवाई, जिसमें एसएसपी के अलावा नोएडा सेक्टर 20 और फेज-3 के थाना प्रभारी सहित अन्य पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाए गए थे।
इस मामले में जांच अधिकारी ने मेरठ एसएसपी ऑफिस से सीसीटीवी फुटेज (CCTV Footage) कलेक्ट की है, जिसमें टीम में शामिल रहे एक अन्य थाना प्रभारी की भी शिनाख्त हो गई है। मिली जानकारी के मुताबिक एसपी सिटी मेरठ ने नॉलेज पार्क थाना (Knowledge Park Greater Noida) के प्रभारी को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया है, लेकिन अब तक नोएडा पुलिस (Noida Police) का कोई भी अधिकारी बयान दर्ज करवाने के लिए नहीं पहुंचा है।
गुजरात के फोरेंसिक लैब भेजा गया है विडियो
इस मामले में वायरल वीडियो की प्रमाणिकता की पुष्टि के लिए वीडियो फुटेज को गुजरात के फोरेंसिक लैब भेजा गया है, जहां से जांच रिपोर्ट आने के बाद ही वीडियो की प्रमाणिकता साबित हो पाएगी और इसके साथ ही यह भी साफ हो पाएगा कि नोएडा एसएसपी के द्वारा लगाए गए आरोपों में कितना दम है। बहरहाल इस पूरे मामले ने यूपी के आईपीएस लॉबी (UP IPS Lobby) में चल रहे तनातनी को एक बार फिर से जगजाहिर कर दिया है और इस पूरे मामले को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। हालांकि खुद सीएम योगी (Yogi Adityanath) भी इस पूरे मामले पर खुद संज्ञान ले रहे हैं, लेकिन विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे को लेकर योगी सरकार (Yogi Government) को घेरने की फिराक में है।