मथुरा: कचरे और कबाड़े से प्लास्टिक बीनकर अलग करने वाली मथुरा की दो दर्जन महिलाएं प्लास्टिक अवशिष्ट प्रबंधन की ब्रांड एंबेसडर बनेंगी। यह महिलाएं पं. दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा अनुसंधान विश्वविद्यालय एवं गो अनुसंधान में आयोजित होने वाले 11 सितंबर के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने प्लास्टिक प्रबंधन का डेमो प्रस्तुत करेंगी। प्लास्टिक प्रबंधन करने वाली इस महिलाओं को पीएम मोदी सम्मानित भी कर सकते हैं।
दुनियाभर के लिए मुसीबत बने प्लास्टिक कचरे से निपटने के लिए एक ओर जहां सरकार अलग-अलग योजनाएं तैयार कर रही है, तो कूड़े या कबाड़े से प्लास्टिक बीनने वाले लोगों का भी अहम योगदान है। मथुरा में करीब आधा सैकड़ा महिलाएं कबाड़े या कूड़े से प्लास्टिक बीनने या छंटाई का काम करती हैं। जिनमें से दो दर्जन महिलाओं को वेटरिनरी विवि में आयोजित होने वाले पशुधन आरोग्य मेला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का मौका मिलेगा।
दरअसल मेले में नगरनिगम की ओर से स्वच्छ भारत मिशन में स्वच्छता ही सेवा के तहत प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन संबंधी स्टॉल लगाई जाएगी। पीएम मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के तहत लगने वाली इस स्टॉल का निरीक्षण करेंगे। जहां यह महिलाएं डेमो के माध्यम से बताएंगी कि वे किस तरह से प्लास्टिक कचरे को एकत्र करती हैं, जहां से उसे प्रबंधन के लिए भेजा जाता है। इसी क्रम में प्लास्टिक कचरा बीनने वाली छह महिलाओं नई बस्ती बद्रीनगर नाजरा अंजुम, शमीना, रजिया, सरला और साबरा को वेटरिनरी विवि बुलाया गया।