उन्नाव- देश के सबसे बड़े प्रदेश यानी उत्तर प्रदेश की जेलों में कैदी मौज काट रहे हैं। जेलों से लगातार ऐसी तस्वीरें सामने आ रहीं हैं, जो जेल प्रबंधन पर सवाल उठाने के लिए काफी है। ताजा मामला उन्नाव जेल से आए वायरल वीडियो का है, जिसमें कैदी को बंदूक लहराते और पार्टी मनाते साफ देखा जा सकता है। इस वीडियो के सामने आने के बाद सवाल है कि क्या वाकई यूपी की जेल कैदियों के लिए सर्वसुविधा युक्त हो चुकीं हैं?
आरोपियों की सरकार को धमकी
बता दें कि उन्नाव जेल से वायरल वीडियो में अपराधी तमंचा लहराते हुए दिखाई दे रहा है। वीडियो में बदमाश गौरव के पास तमंचा है और वह धमकी देता नजर आ रहा है कि वह कहीं भी किसी को मार सकता है। जबकि एक और वीडियो में मेरठ के बदमाश अमरीश के पास भी तमंचा दिखाई दे रहा है। वह यह कहता दिखता है कि योगी सरकार ने उसे मेरठ से उन्नाव भेजा है। मेरठ हो या उन्नाव, वह किसी भी जेल को कार्यालय बना सकता है।
आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
इस पूरे मामले में उन्नाव जेल के वीडियो पर डीजी जेल आनंद कुमार का कहना है कि दोषियों की जिम्मेदारी तय की जा रही है। चार जेल कर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा रही है। दो हेड वार्डर और दो जेल वार्डर के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। चारों जेल कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि हेड वार्डर माता प्रसाद, हेमराज जेल वार्डर सलीम और अवधेश साहू के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दे दिए गए हैं। इन्हीं चार जेल कर्मियों की मिलीभगत से बदमाशों ने वीडियो बनाया था।
Inmates at the Unnao jail seen in a viral video brandishing weapons and drinking liquor at the jail. AK Singh, Jail Superintendent (Picture 4) says, "A report on the incident has been sent to higher officials, strict action will be taken within 1-2 days," (26.6.19) pic.twitter.com/2FpGVN1PyQ
— ANI UP (@ANINewsUP) June 27, 2019
राज्य पुलिस का बयान
वहीं, इस मामले पर राज्य पुलिस के बयान के मुताबिक, उन्नाव जिला कारागार से संबंधित वीडियो, जिसमें एक बंदी के हाथ में कथित तमंचा और बैरक में खाने-पीने की वस्तुएं दिखाई दे रही है। इस संबंध में अवगत कराना है कि बंदी अमरीश जिसपर हत्या और लूट के कई आरोप है और वह हत्या के अभियोग में आजीवन कारावास से दंडित है, प्रशासनिक आधार पर मेरठ से जिला कारागार उन्नाव स्थानांतरित हुआ है। बंदी गौरव प्रताप सिंह, जिस पर कई मामलों के अभियोग है। प्रशासनिक आधार पर उन्नाव जेल में स्थानांतरित हुआ है।
छानबीन में तथ्य सामने आए
उन्होंने आगे कहा कि पूरे प्रकरण की छानबीन करने पर यह तथ्य आया है कि गौरव एक अच्छा पेंटर है, जो कथित तमंचा वीडियो में दिखाई दे रहा है। वह मिट्टी का बना हुआ है और खाने पीने की जो वस्तुएं वीडियो में दिखाई दे रही है, वह जेल में बंदियों को दी जाने वाली नियमित चीजें है। इस खाने में कोई ऐसी चीज नहीं है, जो बाह से लाई गई हो या आपत्तिजनक हो।
चार कर्मचारियों पर गाज
पूरे प्रकरण की जांच से यह बात सामने आई है कि जेल में कतिपय कर्मचारियों की मदद से जेल प्रशासन पर दवाब बनाने के उद्देश्य से इन लोगों द्वारा ऐसा किया गया है। इस कार्य में हेड जेल वार्डर माता प्रसाद, हेमराज तथा जेल वार्डर अवधेश साहू और सलीम खां की संलिप्ता पाई गई और इन सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।