नई दिल्ली: पेट्रोल–डीजल के बढ़ते दाम को लेकर पूरे देश के हर एक हिस्सों में हंगामा मचा हुआ है। जहां एक तरफ लोग सरकार से पेट्रोल-डीजल के दाम को कम करने की लगातार मांग कर रहे है।
वहीं अब सरकार द्वारा वाहनों के दाम को बढ़ाने पर लोगों को एक और झटका दे दिया है। खबर के मुताबिक देश के कुछ भागों में परिवहन के किराए को बड़ा दिया गया है जिसे लेकर लोग अपनी नाराज़गी जाता रहे है. इसी के साथ देश के कुछ भागों के सिटी बस संचालकों ने बस के किराए को बढ़ाने के लिए चेतावनी दी है।
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बस संचालकों ने भेजी आरटीओ को ज्ञापन
दरअसल परिवहन निगम ने विभिन्न रूटों पर टोल प्लाजा के दामों में बढ़ोतरी के कारण उत्तराखंड के साथ-साथ यूपी, दिल्ली के कई रूटों पर किराए को बढ़ा दिया है। इन जगहों का किराया लगभग 10 से 15 रुपये बड़ा दिया गया है। आगे इसी कड़ी में सिटी बस संचालकों ने आरटीओ को ज्ञापन देकर चेतावनी दी की अगर उनके किराए को नहीं बढ़ाया गया तो वह बसों का संचालन बंद कर देंगे। इसके बाद आरटीओ प्रशासन दिनेश चंद्र पठोई ने बस संचालकों का ज्ञापन परिवहन मुख्यालय को भेज दिया। अब मिली जानकारी के मुताबिक जल्द ही मुख्यालय के स्तर पर होने वाली एसटीए की बैठक में इस मुद्दे पर फैसला किया जायेगा। साथ ही बस संचालन के बढ़ते खर्च के बीच किराए में कुछ बढ़ोतरी होने की सम्भावना भी की जा रही है।
रोडवेज को उठाना पड़ा नुकसान
बात करें बसों के किराए की तो देहरादून से ऋषिकेश का किराया 65 से 70, हरिद्वार का 85 से 95 और कोटद्वार 195 से 205 रुपये तक बड़ा दिया है। गढ़वाल के टिहरी, पौड़ी, चमोली जैसे कई और इलाकों में की बसों का किराया भी लगभग 15 रुपये तक बढ़ गया है। गौरतलब है की रोडवेज ने सहारनपुर का किराया कुछ दिन पहले ही बढ़ाया था। इसके बाद बसों का किराया यूपी रोडवेज से ज़्यादा हो गया था जिसके कारण रोडवेज को काफी नुकसान उठाना पड़ गया। साथ ही बसों में यात्रियों की संख्या भी घटने लगी जिसके चलते रोडवेज ने देहरादून से सहारनपुर का किराया 105 रुपये से कम कर 95 रुपये कर दिया था।