जनतंत्र डेस्क, वाराणसी: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमों ममता बनर्जी बुधवार को उत्तर प्रदेश पहुंची। यहां वे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिए चुनाव प्रचार करेंगी। इससे पहले गुरुवार को बंगाल की सीएम वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती देखने पहुंची। लेकिन यहां मौजूद बीजेपी समर्थकों ने ममता बनर्जी को विरोध में काले झंडे दिखाए और नारेबाजी की।
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ममता बनर्जी के घाट पर पहुंचते ही बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ नारेबाजी की। जवाब में TMC समर्थकों ने भी नारेबाजी की। एक तरफ मोदी-मोदी के नारे लग रहे थे तो दूसरी ओर दीदी-दीदी। इससे नाराज ममता घाट की सीढ़ी पर ही बैठ गईं और अपनी नाराजगी जाहिर की। घाट पर ममता बनर्जी के लिए बैठकर आरती देखने का इंतजाम था लेकिन दीदी ने सीढ़ियों पर बैठकर गुस्सा जताया।
वहीं, गंगा आरती में बंगाल की सीएम का विरोध करने पर अखिलेश यादव ने बीजेपी को घेरा। उन्होंने दीदी को काले झंडे दिखाने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये बीजेपी की हताशा है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ”भाजपा के बिगड़े हालात हैं, क्योंकि दीदी-भइया साथ हैं, भाजपा प.बंगाल में हुई शर्मिंदा हार के सदमे से अभी भी नहीं उबरी है, इसीलिए सुश्री ममता बनर्जी जी को बनारस में काले झंडे दिखा रही है। ये भाजपाइयों की हताशा का ही दूसरा रूप है क्योंकि वो जानते हैं कि वो उप्र भी बुरी तरह हार रहे हैं।”
ममता बनर्जी के सीढ़ी पर बैठने पर टीएमसी नेताओं का कहना है कि दीदी नाराज नहीं थी वे पारंपरिक तरीके से आरती देख रहीं थी। टीएमसी नेता ने ये भी कहा कि बनारस में दीदी के साथ जिस तरह का व्यवहार हुआ ये बनारस का रिवाज नहीं।