नई दिल्ली। अमेरिका और ईरान के बीच युद्ध स्तर का तनाव सातवें चरम पर है। इस बीच ईरान पर हमले को लेकर अमेरिका ने अपना नया बयान जारी करते हुए कहा है कि ईरान पर हमले की कोई भी जल्दबाजी नहीं है। कल बृहस्पतिवार को ईरानी सेना द्धारा अमेरिका का शक्तिशाली ड्रोन ध्वस्त कर देने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को कड़ी चेतावनी देते हुए हमले के आदेश दे दिए था मगर कुछ ही मिनटों बाद उन्होंने अपना आदेश वापस ले लिया। उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट में कहा, ‘मुझे कोई जल्दबाजी नहीं है। मैंने हमले को दस मिनट पहले रोक दिया।’
न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार ने ट्रंप प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारियों के हवाले से बताया कि राष्ट्रपति भवन ह्वाइट हाउस में कई दौर की चर्चा के बाद यह उम्मीद की जा रही थी कि गुरुवार शाम करीब सात बजे हमला हो सकता है।ट्रंप ने पहले ईरान में कुछ लक्ष्यों जैसे रडार और मिसाइल ठिकानों पर हमले की मंजूरी दी थी। लेकिन शाम के समय इस फैसले को रद कर दिया गया।
President Obama made a desperate and terrible deal with Iran – Gave them 150 Billion Dollars plus I.8 Billion Dollars in CASH! Iran was in big trouble and he bailed them out. Gave them a free path to Nuclear Weapons, and SOON. Instead of saying thank you, Iran yelled…..
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) June 21, 2019
गुरुवार देर रात लिए अपने फैसले के बारे में ट्रंप ने लिखा, ‘बीती रात हम 3 अलग-अलग जगहों पर हमले के लिए तैयार थे। जब मैंने पूछा कि कितने लोगों की मौत होगी तो एक जनरल ने जवाब दिया- सर, 150 लोगों की।
डोनाल्ट ट्रंप ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति ओबामा ने ईरान के साथ एक हताश और भयानक सौदा किया – उन्हें 150 बिलियन डॉलर और I.8 बिलियन डॉलर नकद दिए! ईरान बड़ी मुसीबत में था और उसने उन्हें परमाणु हथियार, और SOON के लिए एक स्वतंत्र मार्ग दिया। धन्यवाद कहने के बजाय, ईरान चिल्लाया …।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने आगे बताया, ‘प्रतिबंध कड़े हैं (ईरान पर) और बीती रात और भी लगा दिए गए।’ उन्होंने कड़ा संदेश देते हुए कहा कि ईरान कभी परमाणु हथियार हासिल नहीं कर सकता, न तो अमेरिका के खिलाफ और न ही दुनिया के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए। ‘