अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने पेश की इलेक्ट्रिसिटी से चलने वाली प्लेन
नई दिल्ली : दुनिया भर में अपने कारनामों के लिये मशहूर NASA ने एक और कारनामा कर दिखाया है। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने पूरी तरह बिजली से संचालित होने वाले अपने पहले विमान एक्स-57 की झलक दुनिया के सामने पेश की है। NASA अब तक कई बड़े मिशन को बखूबी अंजाम दे चुका है। यही वजह है कि NASA नये-नये प्रोजेक्ट्स को करने के लिए दुनिया भर में मशहूर है। वहीं एक बार फिर नासा अपने कारनामे से दुनिया भर में वाहवाही लूट रहा है। दरअसल NASA ने इलेक्ट्रिक से चलने वाली प्लेन की पहली झलक सामने दिखा दी है। जो बेहद खास है। बीते दो दशकों में ये NASAका पहला ऐसा विमान है, जिस पर लोग सवार हो सकेंगे।
क्या है इस विमान में ख़ास ?
NASAने दुनिया का पहला इलेक्ट्रिक एयरोप्लेन डिजाइन किया है, जो कि पूरी तरह से इलेक्ट्रिक पावर से चलता है। इस विमान को इटली के TECNAM P2006T विमान के जैसा बनाया गया है। इसे कैलिफोर्निया की एयरोनॉटिक्स लैब में बनाया गया है। एक्स-57 विमान की खासियत की बात करें तो। इसमें रिचार्ज हो सकने वाली लिथियम-आयन बैट्री का इस्तेमाल किया गया है।
इसके अलावा वायु प्रवाह बढ़ाने के लिए विमान के पंखों के आसपास दर्जनों मोटर भी लगाएं गए हैं। इसके साथ ही इसमें 14 इलेक्ट्रिक क्रूजर मोटर्स का इस्तेमाल किया गया है। यही वजह है कि इसे बनने में करीब 20 साल का वक्त लगा है। इस विमान में चार लोग उड़ान भर सकते हैं। इस विमान में दूसरी फ्लाइट की तरह पैंतरेबाज़ी करने की क्षमता होगी। बताया जा रहा है कि इस खास एयर प्लेन की पहली टेस्ट उड़ान 2020 में की जा सकती है। GFX OUT की उम्मीद जताई जा रही है कि भविष्य में ये विमान आम लोगों के लिए सफर को और आसान बनाएगा। लेकिन इसे मार्केट में लाने से पहले सर्टिफिकेशन स्टैंडर्ड का पालन ज़रुरी है।
यूरोपीय पर्यावरण एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक ज़्यादातर विमान एक छोटी कार के मुकाबले 6 गुना ज्यादा प्रदूषण फैलाते हैं। विमान से होने वाले प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से NASA ने पहला इलेक्ट्रिक एयरोप्लेन पेश किया है। इस विमान से कार्बन का उत्सर्जन नहीं होगा जिससे पर्यावरण स्वच्छ रखने में मदद मिलेगी।