नई दिल्ली: BJP Tripura Clash: सोमवार से ही त्रिपुरा में बीजेपी और लेफ्ट में सियासी घमासान चल रहा है। वहीं बीते दिन बुधवार को त्रिपुरा के गोमती जिले में बीजेपी और छात्र संगठन डीवाईएफआई के अन्य लड़कों बीच के बीच हिंसक झड़प की खबरें आई थी। हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान कई लोगों के घायल होने की भी खबर सामने आ रही है।
फेडरेशन कार्यकर्ताओं का बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला
मीडिया के मुताबिक, सीपीएम के छात्र युवा शाखा डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया ने जुलूस निकाल रहे थे और इसी दौरान फेडरेशन के कुछ कार्यकर्ताओं ने सत्तारुढ़ बीजेपी के कार्यकर्ता पर कथित तौर पर हमला किया था, जिसके बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं और फेडरेशन कार्यकर्ताओं के बीच झड़प शुरू हुई। हमले के दौरान बीजेपी के कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए है। जबकि लेफ्ट के भी दो तीन ही घायल हैं। हिंसा के बाद दोनों पार्टियां एक दूसरे पर ही आरोप लगा रही हैं।
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सीपीएम सीताराम ने बीजेपी के विरोध में किया ट्वीट
बता दें, पुलिस ने बताया कि पास में ठहरे बीजेपी कार्यकर्ताओं के एक समूह ने जवाबी कार्रवाई करते हुए डीवाईएफआई के जुलूस पर हमला किया। हिंसा के बाद सीपीएम नेता सीताराम येचूरी ने आगजनी का वीडियो ट्वीट करके बीजेपी पर आरोप लगाए रहे है। पुलिस अधिकारियों ने ये भी बताया कि “हिंसा में दो से तीन लोग घायल हुए हैं, लेकिन उनकी राजनीतिक संबद्धता का पता नहीं चल पाया है। सूत्रों के अनुसार, उदयपुर झड़प के बाद अगरतला, विशालगढ़ और कथलिया में माकपा के पार्टी कार्यालयों में भी तोड़फोड़ करने साथ- साथ आग भी लगाई गई। दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच सोमवार को भी पहले दौर की हिंसा के बाद झड़प की खबरें सामने आई थीं, जब त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार को कथित तौर पर धनपुर जाने से रोका गया था।
Why is BJP so terrified of the Opposition?
These attacks are reprehensible and must stop at once#Tripura #StopTheViolence pic.twitter.com/QjA3mSBgx5— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) September 8, 2021
घायल बीजेपी कार्यकर्ताओं को अस्पताल में कराया भर्ती
पुलिस रिपोर्ट्स के मुताबिक, उदयपुर के घायल बीजेपी कार्यकर्ता को गंभीर हालत में जीबी पंत अस्पताल में भर्ती करया गया है। अधिकारियों का कहना है कि भीड़ और उपद्रवियों रोकने के लिए पुलिस का भारी बल तैनात करना पड़ा है। अधिकारियों ने यह भी कहा कि अज्ञात उपद्रवियों के एक समूह ने माकपा के उदयपुर पार्टी कार्यालय में भी तोड़फोड़ की थी। जबकि उपद्रवियों ने पूर्व वाम मोर्चा मंत्री रतन भौमिक के एक वाहन को आग भी लगा दी थीं। झड़प के तुरंत बाद कृषि मंत्री प्रणजीत सिंह रॉय मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
पुलिस की बिना अनुमति निकाली गई थी रैली
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंत्री ने कहा कि माकपा युवाओं ने पुलिस से बिना अनुमति लिए रैली निकाली थी। अधिकारियों ने सरकार पर हिंसक हमले में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी करवाई करने का आश्वासन दिया है। वहीं केंद्रीय राज्य मंत्री प्रतिमा भौमिक ने सोमवार की हिंसा के विरोध में सोनामुरा उपमंडल के धनपुर में एक विरोध मार्च का नेतृत्व भी किया। बाद में शाम को बीजेपी सदर जिला इकाई ने राजधानी अगरतला के बहार विरोध रैली का आयोजन किया।