नई दिल्ली: अति हमेशा नुकसानदेह होता है और इसलिए जिंदगी जीने का गोल्डन रूल है- बीच वाली लाइन पर चलना. न बहुत अधिक न बहुत कम. अगर जिंदगी का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो अति से बचें. कोई भी परिणाम नुकसानदेह न हों ताकि बाद में आपको पछताना या अफसोस करना न पड़े. अगर आप इंटरकोर्स ज्यादा नहीं करती हैं तो इसके भी साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं. लेकिन ये समस्या बिल्कुल नहीं है विश्वास कीजिए यह सब नॉर्मल है.
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सेक्स होता है नशे की तरह
सेक्स नशे की तरह होता है दरअसल ये आपको आपके पार्टनर के करीब लाता है और व्यक्ति को खुश भी महसूस कराता है. दरअसल, सेक्सुअल इंटरकोर्स एंडॉर्फिन्स या फील गुड हार्मोन्स रिलीज करता है. सेक्स करके आप सिर्फ खुद को खुश करते हैं. इसलिए यदि आपको सेक्स करना अच्छा लगता है तो परेशान होने की जरूरत बिल्कुल नहीं है.
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तनाव को नार्मल करता है सेक्स
सेक्सुअल इंटरकोर्स (Sexual intercourse) से शरीर की के दौरान बॉडी के एक साथ कई मूवमेंट्स करने की वजह से एक्सरसाइज हो जाती है. साथ ही, सेक्स व्यक्ति के तनाव के स्तर को भी कम करता है। इसलिए सेक्स के तुरंत बाद व्यक्ति को नींद आ जाना नॉर्मल है. क्वीफ्स जिसे हम वैजाइनल फार्ट (Vaginal Fart) के तौर पर भी जानते हैं, जनरल बात है.
जब सेक्स के दौरान लड़की की वैजाइना के अंदर हवा जाती है तो यह नॉर्मल है कि वह बाहर भी आएगी. जब ये हवा बाहर आती है तो इसकी आवाज गैस पास होने की तरह होती है, बस अंतर यह है कि यह आवाज वैजाइना से आती है. सेक्स के दौरान ये सबके साथ होता है. इसलिए, इसे नॉर्मली लें.