जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: अक्सर कोई इंसान जब गलती कर देता है तब हम उसे यह कह देते है कि गधा है क्या? कोई काम ठीक से नहीं करता और कई बार हमसे गलती होने पर हमें भी गधे शब्द से नवाज दिया जाता है क्योंकि गधे को सब नल्ला और न काम करने वाला जानवर मानते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि गधे पालना आपको लखपती बना सकता है। जी हां, सही सुना आपने।
दरअसल, कर्नाटक के श्रीनिवास गौड़ा ने 2020 में अपनी IT की ज़ॉब छोड़ गधा पालना शुरु किया। ऐसा करने पर लोगों ने उनका बहुत मजाक बनाया और इसके लिए घरवालों से काफी ताने भी सुनने को मिले। लेकिन इन सबके बावजूद उन्होंने गधे की फारमिंग करना जारी रखा। उन्होंने करीब 2.3 एकड़ के प्लॉट में गधे पालने शुरू किए। इस फार्म में 20 गधों के साथ दूसरे जानवर को भी लाया गया था।
श्रीनिवास गौड़ा बताते हैं कि मैंने काफी रिसर्च करने के बाद गधी की फारमिंग करना शुरु किया। उन्होंने बताया कि गधी का दुध बहुत स्वादिष्ट और औषधीय गुणों से भरपूर होता है और इसका इस्तेमाल ब्यूटी प्रोडक्ट बनाने में भी किया जाता है। अगर हम गधी की दूध की कीमत की बात करें तो 30 मिलिलीटर गधी का दूध 150 रुपये का बिकता है।
श्रीनिवास गौड़ा को गधी के दूध के लिए अब तक 17 लाख रुपये के ऑर्डर आ भी चुके हैं। भविष्य को लेकर उनकी प्लानिंग है कि वे दूध के पैकेट्स बनाकर मॉल्स, दुकानों और सुपरमार्केट में सप्लाई करेंगे। भारत में सबसे पहले डंकी फार्मिगं केरल के एर्नाकुलम ज़िले में शुरू हुई थी। देश मैं डंकी फार्मिंग को अपनी आजीविका का जरिया बनाने वाले श्रीनिवास गौड़ा दूसरे व्यक्ति हैं।