जनतंत्र डेस्क Zika Virus: देश में मच्छर जनित बीमारियां बढ़ती जा रही हैं। जहां कोरोना के मामले अब कम हुए हैं तो वहीं, कुछ राज्यों में जीका वायरस ने दस्तक दे दी। उत्तर प्रदेश में जीका का प्रकोप सबसे ज्यादा है। कानपुर के बाद अब लखनऊ में भी जीका वायरस से संक्रमित मरीज सामने आए हैं। यह बीमारी भी मच्छरों से ही इंसानी शरीर में प्रवेश कर रही है। ऐसे में मच्छरों को एक्टिव होने से रोकना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं इस बीमारी के लक्षण, कारण और बचाव।
Kanpur: जीका का कहर: 250 मच्छरों को स्पेशल ट्रेन से दिल्ली लेकर गई स्वास्थ्य विभाग की टीम
दरअसल, यह वायरस एडीज मच्छर से फैलता है। डेंगू की तरह ही ये मच्छर भी दिन के समय ज्यादा एक्टिव रहते हैं। एडीज की कई प्रजातियां जीका संचारित कर सकती हैं। हाल ही में स्वास्थ्य विभाग की टीम कानपुर से दिल्ली मच्छरों को लेकर गई थी। जिनमें से कुछ में जीका की पुष्टि हुई। जिसके बाद साबित हो गया कि ये बीमारी मच्छरों से ही फैली है।
लक्षण
जीका वायरस के शुरूआती लक्षण बुखार, रेशेज, जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द और उल्टी जैसे हैं। इससे संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भी भर्ती होना पड़ सकता है। वहीं, गर्भवती महिलाएं जीका वायरस की चपेट में सबसे ज्यादा आती हैं। इतना ही नहीं यह वायरस गर्भवती के भ्रूण में भी जा सकता है। जिससे बच्चे में मस्तिष्क दोष पैदा हो सकता है। जिसे माइक्रोसेफेली भी कहा जाता है।
क्या है माइक्रोसेफेली
माइक्रोसेफेली में नवजात शिशु का मास्तिष्क और सिर सामान्य से आकार में छोटा हो सकता है। लक्षण दिखने के बाद गर्भवती महिलाओं को ब्लड या यूरीन टेस्ट के लिए डॉक्टर को दिखाना चाहिए। ताकि इस तरह की स्थिति से बचा सके।
वायरस के फैलने का कारण
जैसा की यह मच्छरों से फैलने वाला वायरस है। जो कि एक व्यक्ति से दूसरे के शरीर में प्रवेश कर सकता है। वहीं, कभी-कभी एक गर्भवती महिला से उसके भ्रूण तक, यौन संपर्क के जरिए और ब्लड ट्रांसफ्यूजन के जरिए भी यह बीमारी फैल सकती है। फिलहाल जीका का कोई इलाज नहीं है। लेकिन इसके लक्षण दिखने वाले व्यक्ति को आराम और डिहाइड्रेशन को रोकने के लिए पेय पदार्थ पीने की सलाह दी जाती है।
ऐसे बचें
जीका संक्रमण को रोकने के लिए सबसे पहले मच्छरों को एक्टिव होने से रोकना है। इसके लिए पेस्ट कंट्रोल(कीट निवारक स्प्रे) करना, फूल स्लीव्स के कपड़े पहनना, बिस्तर में मच्छरदानी लगाना जैसे तरीकों को अपना हम इस वायरस के प्रकोप से बच सकते हैं।